दयाशंकर पर BSP में होड़, किसी ने कहा काटो जुबां, कोई बोला DNA में ‘दोष”
नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीएसपी चीफ मायावती पर की गयी टिप्पणी को लेकर पार्टी ने कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन किया है. बसपा के कई कार्यकर्ता और नेताओं ने दयाशंकर पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. बसपा द्वारा […]
नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीएसपी चीफ मायावती पर की गयी टिप्पणी को लेकर पार्टी ने कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन किया है. बसपा के कई कार्यकर्ता और नेताओं ने दयाशंकर पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. बसपा द्वारा किये जा रहे विरोध प्रदर्शन में दयाशंकर के खिलाफ कई तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया गया.
BSP Chandigarh Unit Chief Jannat Jahan says will give reward of 50 lakh to person who gets Dayashankar's tongue pic.twitter.com/Aari5XjBHE
— ANI (@ANI) July 21, 2016
चंडीगढ़ की पार्टी अध्यक्षजन्नत जहां ने कहा, जो व्यक्ति दयाशंकर सिंह की जीभ काटकर लायेगा उन्हें 50 लाख का ईनाम मिलेगा. दयाशंकर के बयान को लेकर बीएसपी की एमएलए उषा चौधरी ने कहा, दयाशंकर के डीएनए में ही गड़बड़ी है. उषा चौधरी ने दयाशंकर को ना….. औ…. तक कह दिया.
#WATCH BSP MLA Usha Chaudhary calls Dayashankar Singh an "illegitimate child", says "something wrong with his DNA"https://t.co/4B9yCyK6HT
— ANI (@ANI) July 21, 2016
दयाशंकर के खिलाफ बीएसपी ने कई राज्यों में मोरचा खोल रखा है. बीएसपी के बैनर और पोस्टर में दयाशंकर के लिए कुत्ते जैसे शब्द का भी इस्तेमाल किया गया है. दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शन में भी दयाशंकर पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गयी.
कल मायावती ने इस मामले को उठाते हुए संकेत दे दिया था कि इस मामले को आगे लेकर जायेंगे. इन विरोध प्रदर्शन में दयाशंकर को भी जमकर गालियां मिली. भोपाल में भी एमएलए शीला त्यागी ने भी इस बयान का विरोध किया. देश के कई राज्यों में इस बयान को लेकर बीएसपी ने विरोध प्रदर्शन किया.
आज राज्यसभा में इस मामले पर मायावती ने कहा, दयाशंकर के बयान पर पूरे पक्ष और विपक्ष ने एक साथ मिलकर विरोध किया. भाजपा ने उस पर कार्रवाई करते हुए पद और पार्टी दोनों से हटा दिया. इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देती हूं लेकिन मेरा दिल वो तभी जीत सकते थे जब वो उसके खिलाफ एफआईआर करते लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. रात में मेरी पार्टी के लोग ने इंतजार करने के बाद मामला दर्ज कराया.