मायावती पर टिप्पणी के मामले में उमा भारती ने कहा, मामला खत्म हो गया
नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री उमा भारती और भाजपा के अन्य नेताओं ने आज कहा कि मायावती के चरित्र को लेकर अभद्र टिप्पणी करने वाले पार्टी के नेता दयाशंकर सिंह के खिलाफ कठोर कार्रवाई करके पार्टी ने यह दिखाया है कि महिलाओं के सम्मान के मामले में वह कतई समझौता नहीं करेगी. उमा भारती ने […]
नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री उमा भारती और भाजपा के अन्य नेताओं ने आज कहा कि मायावती के चरित्र को लेकर अभद्र टिप्पणी करने वाले पार्टी के नेता दयाशंकर सिंह के खिलाफ कठोर कार्रवाई करके पार्टी ने यह दिखाया है कि महिलाओं के सम्मान के मामले में वह कतई समझौता नहीं करेगी.
उमा भारती ने संसद के बाहर कहा, ‘‘दयाशंकर ने मायावती के बारे में जो कुछ भी कहा, वह किसी भी महिला के लिए नहीं कहा जाना चाहिए. मायावती हों या कोई और महिला, ऐसा नहीं होना चाहिए था .
भाजपा ने इस मुद्दे पर कडी कार्रवाई की है और इसपर कोई समझौता नहीं किया है.’ उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को उनकी अभद्र टिप्पणी के लिए कल रात पार्टी के निकाल दिया गया. मायावती पर की गयी इस टिप्पणी का संसद के भीतर और बाहर हर जगह सभी राजनीतिक दलों ने कडा विरोध किया.
उमा ने कहा, ‘‘मैं कहना चाहती हूं कि महिलाओं के सम्मान के मुद्दे की राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. बतौर महिला मुझे दुख पहुंचा है और इस तरह के बयान से मैं बहुत उत्तेजित हूं. कोई ऐसा बयान कैसे दे सकता है?’ यह पूछने पर कि क्या उत्तर प्रदेश में चुनावी दलित वोट बैंक की राजनीति की जा रही है, उमा ने कहा, ‘‘इससे पार्टी प्रभावित नहीं होगी?’ भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि अब मामला खत्म हो चुका है क्योंंकि पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है.
उन्होंने कहा, ‘‘मामला खत्म हो चुका है. हमने उनके खिलाफ कार्रवाई की है. हम और क्या कर सकते हैं, कहिए? उन्होंने जो कहा वह पूरी तरह आपत्तिजनक है. सदन के नेता ने सबसे पहले बयान की निंदा की. उन्हें पद से हटा दिया गया, बाद में निलंबित भी कर दिया गया. उन्हें प्रदर्शन करने दें, वे प्रदर्शन करते रहेंगे, फिर चाहे कांग्रेस हो या अन्य कोई. सच यह है कि भाजपा आगे बढ रही है और उन्हें यह बर्दाश्त नहीं हो रहा.’ केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, ‘‘इस तरह की टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए. राजनीति में बयान और पलटवार बयान तो होता ही रहता है. लेकिन इस तरह का बयान नहीं. दयाशंकर को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए था.’
भाजपा के दलित विरोधी होने के विपक्ष के आरोपों पर अरपीआई (ए) नेता अठावले ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है. भाजपा दलितों को न्याय देने का प्रयास कर रही है. हालिया कैबिनेट विस्तार में कई दलितों और एससी..एसटी को प्रतिनिधित्व मिला है.’ भाजपा सांसद उदित राज ने कहा, ‘‘भाजपा ने दयाशंकर के खिलाफ कार्रवाई की है. इस मुद्दे पर वातावरण खराब नहीं करना चाहिए.’ उन्होंने कहा, बसपा कार्यकर्ताओं को भी समान तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग कर पलटवार नहीं करना चाहिए. इस बीच बयान की निंदा करते हुए कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने कहा, ‘‘हम सभी मायावती के साथ हैं. हमें सम्मान का अधिकार है. उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. इसपर कोई समझौता नहीं होगा.’