हमने दलितों के हित में कई कानून बनाये, मैला ढोने की प्रथा खत्म की :थावरचंद गहलोत
नयी दिल्ली : सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने आज दलित पर हुई चर्चा में घटना पर चिंता जताते हुए बाबा साहेब अंबेडकर को याद किया. उन्होंने कहा पीड़ित पर जो हमले हुए है उनके खिलाफ एसटी- एसई एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. गहलोत ने कहा, आईपीसी की धारा है […]
नयी दिल्ली : सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने आज दलित पर हुई चर्चा में घटना पर चिंता जताते हुए बाबा साहेब अंबेडकर को याद किया. उन्होंने कहा पीड़ित पर जो हमले हुए है उनके खिलाफ एसटी- एसई एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
गहलोत ने कहा, आईपीसी की धारा है कानून है फिर भी इस तरह की घटना हो रही है यह दुख की बात है. हमने कानून में कई चीजें जोड़ी हैं जो पहले नहीं थी. हमारी कोशिश है कि उत्पीड़न की घटनाएं कम हो लेकिन इस तरह की घटना हो जाए तो अपराधी को सजा मिले. दलितों के हित में कई कानून बनाये गये हैं.
इस घटना की निंदा की जानी चाहिए लेकिन इसे रानजीतिक रंग देने की कोशिश की गयी है. गहलोत ने कांग्रेस के वक्त की कई घटनाओं का जिक्र हुआ उन्होंने कहा, हाल में ही कई घटनाएं हुई कांग्रेस राज में कई ऐसी घटनाएं हुई लेकिन इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश नहीं की हमने. केरल समेत कई राज्यों में ऐसे उदाहरण है हमने इसका राजनीतिक करण नहीं किया.
हमारी कोशिश होती है कि हम वातावरण खराब ना करें. गुजरात की घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की गयी. एफआईआर उसी दिन हुआ . कार्रवाई शुरू हुई और गिरफ्तारियां भी हो गयी. वहां 5 से 7 दिनों तक शांति बनी रही यहां चर्चा होने के बाद वहां तोड़फोड़ की घटनाएं शुरू हो गयी. हमने हाथ से मैला ढोने की प्रथा खत्म की. हमने उत्पीड़न की घटना को खत्म करने के लिए कई कदम उठाये.