आतंकी हाफिज सईद का कबूलनामा: कश्मीर में भड़की हिंसा में लश्कर का हाथ

श्रीनगर/इस्लामाबाद : आतंकी हाफिज सईद ने कश्‍मीर हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है जिससे एक बार फिर पाकिस्तान बेनकाब हो गया. मुंबई आतंकी हमलों के गुनहगार आतंकी हाफिज सईद ने कहा है कि कश्मीर में हुए विरोध मार्च की अगुवाई लश्कर का एक कमांडर कर रहा था. हमेशा खुद को लश्कर-ए-तैयबा से अलग बताने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2016 10:17 AM

श्रीनगर/इस्लामाबाद : आतंकी हाफिज सईद ने कश्‍मीर हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है जिससे एक बार फिर पाकिस्तान बेनकाब हो गया. मुंबई आतंकी हमलों के गुनहगार आतंकी हाफिज सईद ने कहा है कि कश्मीर में हुए विरोध मार्च की अगुवाई लश्कर का एक कमांडर कर रहा था. हमेशा खुद को लश्कर-ए-तैयबा से अलग बताने वाले आतंकी ने मुंबई हमलों के बाद पहली बार आतंकी संगठन के बारे में सार्वजनिक तौर पर कुछ कहा है जिससे उसका आतंकी कनेक्शन एक बार फिर दुनिया के सामने आ गया है.

बुधवार को पाकिस्तान के फैसलाबाद में जमात-उद-दावा के कार्यकर्ताओं की बैठक में हाफिज सईद ने एक बार फिर भारत विरोधी स्वर बुलंद किया और कहा कि हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में हुए विरोध-प्रदर्शनों की अगुवाई लश्कर का एक कमांडर को सौंपा गया था. हाफिज ने उस शख्स का नाम उजागर करते हुइए कहा कि जबांज अमीर वह बंदा है जिसे कश्‍मीर की कमान सौंपी गई थी. यह प्रदर्शन पाकिस्तान के समर्थन में कश्मीरियों को एकजुट करने के लिए शुरू किए गए थे.

आपको बता दें कि कई दिनों के बाद जब यहां से कर्फ्यू हटाया गया तो कुछ क्षेत्र में हिंसा एक बार फिर शुरू हो गई जिसके बाद वहां पुन: कर्फ्यू घोषित कर दिया गया. बुधवार को जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राजनीतिक रुप से स्थिर एवं आर्थिक रुप से स्वतंत्र राज्य बनाने के लिए लोगों से सहयोग मांगते हुए देश के राजनीतिक नेतृत्व से आग्रह किया कि ठोस विश्वास बहाली उपायों के जरिए वह राज्य में शांति एवं मेलमिलाप प्रक्रिया बहाल करे.

महबूबा ने मध्य कश्मीर के बडगाम में नागरिक समाज के प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘शायद पहले से कहीं अधिक जम्मू कश्मीर के लोग आज चाहते हैं कि राजनेता खडे हों और उन राजनीतिक एवं आर्थिक मुद्दों का समाधान करें जो उन्हें प्रभावित करते हैं. मैं देश के राजनीतिक नेतृत्व से आग्रह करती हूं कि एक ताजा शुरुआत करें और राज्य में ठोस विश्वास बहाली उपायों से शांति एवं मेलमिलाप प्रक्रिया बहाल करें.’

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