भारी बारिश से स्मार्ट सिटी के सपने पर उठे सवाल, बाढ़ का जायजा लेने असम पहुंचे राजनाथ
नयी दिल्ली : बाढ़ से देशभर के कई राज्यों का बुरा हाल है. असम, बिहार, कर्नाटक समेत कई राज्य हैं, जहां भारी बारिश से जन जीवन अस्तव्यवस्त है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ स्मार्टसिटी का सपना देख रहे हैं, वहीं कई मेट्रो शहर में सड़क पर भरे पानी ने शहर के आधारभूत सुविधाओं व ढांचे […]
नयी दिल्ली : बाढ़ से देशभर के कई राज्यों का बुरा हाल है. असम, बिहार, कर्नाटक समेत कई राज्य हैं, जहां भारी बारिश से जन जीवन अस्तव्यवस्त है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ स्मार्टसिटी का सपना देख रहे हैं, वहीं कई मेट्रो शहर में सड़क पर भरे पानी ने शहर के आधारभूत सुविधाओं व ढांचे की पोल खोल दी है. दिल्ली, गुड़गांव, बेंगलुरु जैसे शहर बारिश के कारण थम गये हैं. कई जगहों पर घंटों से जाम लगा है.ये वैसे नगर हैं, जिन्हें देश के सबसे अत्याधुनिक शहरों में शुमार किया जाता है.
गुड़गांव की स्थिति में हुआ सुधार
कल गुड़गांव में 15 किलोमीटर तक लंबा जाम के बाद आज स्थिति सामान्य है. पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क ने कहा कि शहर में कोई ट्रैफिक जाम नहीं है लेकिन यातायात की गति बहुत धीमी है. दिल्ली तथा उपनगरीय क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग आठ पर भीषण जल भराव होने के कारण गुडगांव में पिछले दो दिनों सेसड़कोंपर वाहनों का लम्बा जाम लगा हुआ है. इससे दैनिक आवाजाही करने वाले हजारों लोग फंस गये तथा अधिकारियों को हीरो होंडा चौका के पास निषेधाज्ञा लागू करनी पडी. दो दिन के लिए स्कूल बंद करने का भी आदेश दिया गया था.
कुछ जगहों पर तो 15 किमी लंबा जाम लगा हुआ था. शहर के एक मुख्य चौराहे पर निषेधाज्ञा लागू किए जाने के बाद जाम से राहत मिली. निषेधाज्ञा लागू हो जाने पर बडी संख्या में लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी जाती है और इसे आमतौर पर संकटग्रस्त क्षेत्रों में ही लागू किया जाता है. सड़कों पर यातायात के हालात सामान्य हो जाने के बाद निषेधाज्ञा कल रात हटाई गई लेकिन रात भर हुई बारिश के कारण वाहनों का परिचालन धीमा हो गया और लोगों को दिक्कत हुई.
बारिश ने रोक दी थी जिंदगी
गुड़गांव में 24 घंटे से ज्यादा लोग ट्रैफिक जाम में फंसे रहे. असम, बिहार और कर्नाटक में बाढ़ नियंत्रण से बाहर चला गया. कई लोग मारे गये हैं. असम में अबतक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. बिहार में 22 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. सिर्फ दरभंगा में 70 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. बारिश ने आईटी सिटी की रफ्तार रोक दी है. बेंगलुरु में जल जमाव के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
असम के दौरे पर राजनाथ सिंह
गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज असम के बाढ प्रभावित इलाकों के दौरे पर हैं. उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कैंप का भी दौरा किया और लोगों से मुलाकात कर उनका हाल पूछा. उन्होंने हवाई सर्वेक्षण करके इलाके पर नजर डाली. अब तक मरने वालों की तादाद 25 तक पहुंच चुकी है. इस दौरे में राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानन्द सोनोवाल भी गृह मंत्री के साथ हैं. सिंह का नागांव, मोरीगांव और काजीरंगा में बाढ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया.
सिंह आज सुबह राज्य की राजधानी पहुंचे. उन्होंने मोरीगांव जिले में एक राहत शिविर का भी दौरा किया. अधिकारी ने बताया कि सिंह बाद में सोनोवाल और राज्य के विभिन्न विभागों के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करेंगे. वह शाम को राष्ट्रीय राजधानी लौट जाएंगे. राज्य के 22 जिलों में 3300 से अधिक गांवों के करीब 19 लाख लोग बाढ से प्रभावित हो चुके हैं. अब तक 25 लोग बाढ से जुडी घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं.
असम में बाढ़ के कारण कई इलाकों को खाली कराया गया है. कई लोगों को अपना घर छोड़कर राहत शिविर में रहना पड़ रहा है. सेना के जवान भी लोगों को राहत पहुंचाने में लगे हैं. असम में कई दिनों से बारिश हो रही है . बाढ़ से अबतक इस इलाके में लगभग 19 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.
यूपी में नदियां खतरे के निशान से ऊपर
उत्तर प्रदेश में गंगा , गंड़क नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. राज्य सरकार ने उन इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है जो नदी के किनारे बसे हैं. मौसम विभाग ने आशंका जतायी है कि अभी और बारिश होगी.