संकट: सात माह से नहीं मिली तनख्वाह, सऊदी में सबसे अधिक बिहारी

नयी दिल्ली : नौकरी गंवाने के बाद करीब 10 हजार भारतीय कामगार सऊदी अरब के जेद्दा शहर में पिछले तीन दिनों से कथित तौर पर भूख से तड़प रहे हैं. जेद्दा में फंसे इमरान खोखर ने ट्विटर पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इसकी जानकारी दी जिसके बाद उन्होंने हस्तक्षेप किया और वहां फंसे भारतीयों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2016 10:49 AM

नयी दिल्ली : नौकरी गंवाने के बाद करीब 10 हजार भारतीय कामगार सऊदी अरब के जेद्दा शहर में पिछले तीन दिनों से कथित तौर पर भूख से तड़प रहे हैं. जेद्दा में फंसे इमरान खोखर ने ट्विटर पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इसकी जानकारी दी जिसके बाद उन्होंने हस्तक्षेप किया और वहां फंसे भारतीयों को भोजन उपलब्ध करवाया. वहां फंसे हुए भारतीयों के संबंध में ट्विटर पर लगातार जानकारी दी जा रही है. ट्विटर पर India in Jeddah नाम अकाउंट से जानकारी दी जा रही है.

शनिवार को इमरान ने सुषमा से दखल देने की गुहार लगायी है. इस ट्वीट के जवाब में विदेश मंत्री ने कहा कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह सऊदी अरब जा रहे हैं. सुषमा ने कहा कि सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास को निर्देश दिया गया है कि वह उनके लिए भोजन की व्यवस्था करे. सुषमा ने कहा कि सऊदी अरब और कुवैत में भारतीय नागरिकों को अपने काम और वेतन से जुड़ी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सऊदी अरब में मामले ज्यादा खराब हैं.

विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, ‘मेरे सहकर्मी वीके सिंह इन मामलों को सुलझाने के लिए सऊदी अरब जायेंगे और एमजे अकबर कुवैत और सऊदी अरब के अधिकारियों के सामने इस मुद्दे को उठायेंगे.’ उन्होंने कहा कि मैं आपको यकीन दिलाती हूं कि सऊदी अरब में नौकरी गंवानेवाले किसी भारतीय को भूखा नहीं रहना पड़ेगा. मैं पूरे मामले की निगरानी हर घंटे कर रही हूं. सुषमा ने कहा कि सऊदी अरब और कुवैत में बड़ी संख्या में भारतीयों ने अपनी नौकरियां गवायी हैं और उनके नियोक्ताओं ने उन्हें वेतन नहीं दिये हैं और अपने कारखाने बंद कर दिये हैं. नतीजतन, सऊदी अरब और कुवैत में हमारे भाइयों-बहनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि कुवैत में तो चीजें संभालने लायक हैं, लेकिन सऊदी अरब में मामला बदतर है.

सात माह से नहीं मिली तनख्वाह, 10 दिन से खाना-पानी भी बंद

राजस्थान के चुरू में रहनेवाले इकबाल खान जेद्दा में हाउस कीपिंग का काम करते हैं. उन्होंने बीबीसी को बताया कि सात महीने से तनख्वाह नहीं मिली है. 10 दिन से खाना भी बंद है. जो घर जाना चाह रहा है, उन्हें घर भी नहीं जाने दे रहे हैं. पीने का पानी भी नहीं है, नहाने का पानी ही पी रहे हैं. हालांकि, शनिवार को भारतीय दूतावास ने खाने का इंतजाम किया है. इकबाल ने बताया कि जेद्दा में करीब 800-900 भारतीय हैं, जो इस परेशानी से जूझ रहे हैं. अधिकतर कंस्ट्रक्शन से जुड़े हुए हैं.

खाड़ी देशों में 60 लाख भारतीय

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, खाड़ी देशों सऊदी अरब, बहरीन, कुवैत, कतर, संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में करीब 60 लाख भारतीय काम करते हैं. सऊदी की करीब एक-तिहाई आबादी विदेशी है. इनमें भारतीयों की तादाद तकरीबन 30 लाख है. इसके बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश का नंबर आता है.

सऊदी में सबसे अधिक बिहारी

सऊदी अरब में सबसे अधिक बिहार के गोपालगंज, सीवान और छपरा के लोग काम करते हैं. 2014 में गोपालगंज के तीन दर्जन कामगारों का पासपोर्ट जेद्दा में जब्त कर लिया गया था.

तेल ने किया खेल

पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट से सऊदी अरब समेत दूसरे खाड़ी देशों को भारी नुकसान हो रहा है. इससे कई कंपिनयां बंद हो गयी हैं और बड़ी संख्या में भारतीयों को नौकरियां गंवानी पड़ी है. यह नहीं, कई कंपिनयों ने वेतन का भुगतान नहीं किया है, जिससे कामगारों के सामने खाने का संकट पैदा हो गया है.

सफल अभियान

लीबिया, यमन और दक्षिणी सूडान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए विदेश मंत्रालय ने सफल अभियान चला चुका है. विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह की अगुआई में इन तीनों देशों से भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया है.

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