रामदेव ने कहा, कुछ पार्टियां मोदी को मुस्लिम विरोधी बताकर भ्रम फैला रही हैं

हैदराबाद : योगगुरुबाबा रामदेव ने आज नरेंद्र मोदी को मुस्लिमों के शत्रु के तौर पर पेश करने के लिए राजनैतिक दलों पर हमला बोला और दावा किया कि उनके नेतृत्व में बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक दोनों समुदाय प्रगति करेगा. रामदेव ने राजनैतिक दलों का नाम लिए बिना यहां कहा, ‘‘कुछ राजनैतिक दल जो वोट बैंक के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 27, 2014 12:12 AM

हैदराबाद : योगगुरुबाबा रामदेव ने आज नरेंद्र मोदी को मुस्लिमों के शत्रु के तौर पर पेश करने के लिए राजनैतिक दलों पर हमला बोला और दावा किया कि उनके नेतृत्व में बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक दोनों समुदाय प्रगति करेगा.

रामदेव ने राजनैतिक दलों का नाम लिए बिना यहां कहा, ‘‘कुछ राजनैतिक दल जो वोट बैंक के रुप में मुस्लिमों का इस्तेमाल कर रहे हैं वे उन्हें (मोदी को) उनके शत्रु के तौर पर पेश कर समुदाय को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं.

ये पार्टियां ये बात फैला रही हैं कि (अगर मोदी प्रधानमंत्री बने) तो मुस्लिमों को अन्याय का सामना करना पड़ेगा.’’ योग गुरुने प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार को अपना सशर्त समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि मोदी में नेतृत्व के गुण हैं और उनकी मंशा देश को विकसित करने की है.

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए अगर मोदी जी प्रधानमंत्री बने तो मुस्लिम अपने हिंदू भाइयों के साथ आगे बढ़ेंगे. जो पार्टियां मुस्लिमों को अपने वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल कर रही हैं वे इस बार अपने दुष्प्रचार में सफल नहीं होंगी.’’उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को संदेह की नजर से नहीं देखा जाना चाहिए. उन्हें रोजगार, सम्मान और गरिमा के साथ जीने का अधिकार और अच्छी शिक्षा की आवश्यकता है और यह तभी हो सकता है जब भारत में यूरोप और अमेरिका से बेहतर विश्वविद्यालय हों.

रामदेव ने कहा, ‘‘देश में 20 करोड़ नए रोजगार पैदा करने का अवसर है. हालांकि, वैसा होने के लिए हमें सक्षम प्रशासन और मजबूत नेता की जरुरत है.’’ रामदेव ने कहा कि वह 23 मार्च को ‘योग महोत्सव’ का आयोजन करेंगे जिसमें देशभर से 10 करोड़ से अधिक लोग भागीदारी करेंगे. दिल्ली में उनके साथ 10 लाख से अधिक लोग योग करेंगे.

उन्होंने कहा कि इस बड़े कार्यक्रम का लक्ष्य आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मोदी और उनकी पार्टी के लिए जन समर्थन जुटाना है. रामदेव ने कहा, ‘‘मोदी काला धन, भ्रष्टाचार और मौजूदा व्यवस्था में बदलाव के मुद्दों पर हमसे सहमत हैं. इसलिए, हम उनका समर्थन कर रहे हैं.’’

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