पर्रिकर के बयान पर राज्यसभा में हंगामा, समर्थन में उतरे सुब्रमण्यम स्वामी
नयी दिल्ली : रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान पर कथित बयान को लेकर राज्यसभा हंगामा शुरू हो गया है. कार्यवाही भी कुछ देर के लिए रोकना पड़ा. सदन में विपक्षी सदस्यों ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के कथित बयान का मुद्दा उठाया और हंगामा किया. इसपर पर्रिकर ने कहा, जैसा मीडिया […]
नयी दिल्ली : रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान पर कथित बयान को लेकर राज्यसभा हंगामा शुरू हो गया है. कार्यवाही भी कुछ देर के लिए रोकना पड़ा. सदन में विपक्षी सदस्यों ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के कथित बयान का मुद्दा उठाया और हंगामा किया. इसपर पर्रिकर ने कहा, जैसा मीडिया में दिखाया जा रहा है वैसा उन्होंने नहीं कहा है.
* पर्रिकर को मिला स्वामी का साथ
इधर आमिर पर पर्रिकर के बयान के बाद हंगामा शुरू हो चुका है. लेकिन रक्षा मंत्री को भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी का साथ मिल गया है. स्वामी ने इस मामले पर ट्वीट कर पर्रिकर का साथ दिया और लिखा, आमिर को लेकर दिये गये पर्रिकर के बयान पर इतना हू हा क्यों मचा है. अगर आमिर को अपनी जन्मभूमि से प्यार करना नहीं आता है तो निश्चित तौर पर उनको एक टीचर की जरूरत है.
* पर्रिकर के बयान पर राज्यसभा में हंगामा
पर्रिकर के बयान पर राज्यसभा में हंगामा शुरू हो गया है. हंगामे के कारण कुछ देर के लिए कार्यवाही को रोक देना पड़ा. शून्यकाल में तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि गौरक्षा के नाम पर सीमा का अतिक्रमण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सत्तारुढ़ दल के नेता आए दिन आपत्तिजनक बयान देते रहते हैं. उन्होंने इस क्रम में पर्रिकर के बयान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सदन में आकर सदस्यों को देश में सुरक्षा के संबंध में आश्वासन देना चाहिए.
* देश को तोड़ना चाहती है मोदी सरकार : गुलाम नबी आजाद
इसके बाद विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी आमिर के संबंध में पर्रिकर के कथित बयान का उल्लेख किया और कहा कि देश को बताया जाना चाहिए कि देश के अल्पसंख्यकों को वह किस प्रकार का सबक सिखाना चाहते हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या वह अपने ही देशवासियों को अलग-थलग करने का प्रयास कर रहे हैं.
* अल्पसंख्यकों को धमका रहे हैं पर्रिकर : रामगोपाल
आमिर पर अपनी टिप्पणी के बाद सदन में हो रहे हंगामे के बाद रक्षा मंत्री पर्रिकर ने कहा, वह सिर्फ एक बात कहना चाहेंगे कि सदस्य पहले वह वीडियो देख लें फिर टिप्पणी करें. लेकिन इससे विपक्षी सदस्य शांत नहीं हुए और माकपा के सीताराम येचुरी ने मंत्री के बयान पर आपत्ति जतायी. उपसभापति पी जे कुरियन ने सदस्यों को शांत करने का प्रयास करते हुए कहा कि मंत्री ने साफ कहा है कि वीडियो देखिए. इसका अर्थ है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा है जैसा मीडिया में आया है.
पर्रिकर ने फिर कहा कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है और किसी को धमकी नहीं दी है. उन्होंने कहा कि खबरों में जो कहा गया है, उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा है. सपा के रामगोपाल यादव ने कहा कि उन्होंने वीडियो देखी है और मंत्री ने जो कहा है कि वह ‘‘सीधी धमकी’ है.
* मोदी राज में मुस्लिमों और दलितों को बनाया जा रहा है निशाना : मायावती
बसपा नेता मायावती ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा सरकार बनने के बाद धार्मिक अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिमों और दलितों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री को सदन में आकर बयान देना चाहिए.
उपसभापति कुरियन ने सदस्यों से शांत होने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी मुद्दे का हल शोर नहीं है और मंत्री ने अगर यहां या बाहर कोई आपत्तिजनक बयान दिया है तो उसके लिए नियम मौजूद हैं. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि सदस्यों के पास नियमावली की पुस्तक होनी चाहिए और इसके लिए वह अपने पैसे से सदस्यों को नियमावली दे सकते हैं. इसके पहले सुबह बैठक शुरू होने पर कांग्रेस के आनंद शर्मा ने गौरक्षकों द्वारा दलितों और मुस्लिमों पर हमले किए जाने का मुद्दा उठाया और इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग की.
* आमिर पर क्या बोले पर्रिकर
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान पर करारा प्रहार किया है. देश छोड़ने वाले असहिष्णुता के बयान को लेकर उन पर निशाना साधते हुए उन्होंने इस बयान को घमंड से भरा बताया है. पर्रिकर ने आमिर खान के नाम का उल्लेख किए बिना कहा कि एक अभिनेता ने कहा है कि उनकी पत्नी भारत से बाहर जाना चाहती है. उनका यह बयान दंभपूर्ण है.
पर्रिकर ने कहा कि यदि मैं गरीब हूं और मेरा घर छोटा है तो इसका मतलब यह नहीं कि मैं अपना घर छोड़कर चला जाऊंगा. मैं तब भी अपने घर से प्यार करूंगा और हमेशा उसे बंगला बनाने का सपना देखता रहूंगा जबतक कि मेरा सपना पूरा नहीं हो जाता है. यह बातें रक्षा मंत्री ने सियाचिन पर मराठी पत्रकार-लेखकर नितिन गोखले की पुस्तक के विमोचन के बाद कही.