नयी दिल्ली : आतंकी हाफिज सईद के विरोध के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह 3 और 4 अगस्त को इस्लामाबाद में होने वाले सार्क सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज इस्लामाबाद पहुंच गये हैं. बतौर गृह मंत्री पाकिस्तान के पहले दौरे पर पहुंचे राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के गृहमंत्रालय के ऑडिशनल सेक्रेटरी आमिर अहमद से मुलाकात की.
इधर उनकी यात्रा को लेकर पाकिस्तानमेंफिर से विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है. हिजबुल मुजाहिदीन मुखिया आतंकी सइद सलाहुद्दीन अपने समर्थकों के साथ राजनाथ सिंह की यात्रा का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर गया है.
इस दौरान वह वांछित आतंकवादी दाउद इब्राहिम और सीमापार आतंकवाद के मुद्दे उठा सकते हैं. गृह एवं विदेश मंत्रालयों के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पहुंचे सिंह दक्षिण एशियाई देशों के बीच अर्थपूर्ण सहयोग की जरुरत को रेखांकित करेंगे. वह बतौर गृह मंत्री पाकिस्तान के पहले दौरे पर आए हैं.
एकदिवसीय दक्षेस गृह मंत्री सम्मेलन में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद रवाना होने से पहले गृह मंत्री ने कहा कि उन्हें आतंकवाद तथा संगठित अपराध के खिलाफ क्षेत्र में अर्थपूर्ण सहयोग के महत्व को रेखांकित करने की आशा है.
हिजबुल मुजाहिदीन के सुप्रीम कमांडर सइद सलाउद्दीन ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से कहा था कि घाटी में तनाव को देखते हुए नयी दिल्ली से पाक राजदूत को तत्काल वापस बुला लिया जाए और भारत के साथ व्यापारिक व राजनयिक रिश्तों को निलंबित कर दिया जाए.
सलाउद्दीन ने पाकिस्तान की सरकार से मांग की थी कि उन्हें राजनाथ को आमंत्रित नहीं करना चाहिए. पाकिस्तान की सरकार को या तो कश्मीरियों का मुद्दा उठाना चाहिए या भारत से दोस्ती का.
दो दिनों पहले की मुंबई हमले का मास्टर माइंड आतंकी प्रमुख हाफिज सईद ने भी राजनाथ सिंह के इस्लामाबाद दौरे का विरोध किया था. हाफिज सईद ने जारी बयान में कहा कि मैं पाकिस्तान सरकार से पूछना चाहता हूं कि क्या वह मासूम कश्मीरियों की मौतों के जिम्मेदार राजनाथ का स्वागत कर कश्मीरियों के जख्मों पर नमक छिड़केगी? यह विडंबना होगी कि एक ओर पूरा पाकिस्तान कश्मीर में भारत के अत्याचारों का विरोध कर रहा है. दूसरी ओर पाकिस्तानी शासक भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह को मालाएं पहनायेंगे. यदि राजनाथ पाकिस्तान आयेंगे, तो पूरे देश में प्रदर्शन होगा.