घाटी में विरोध प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए 500 लोग गिरफ्तार

श्रीनगर : घाटी में सड़कों पर हो रहे विरोध प्रदर्शन को खत्म करने के लिए पुलिस ने शरारती तत्वों की गिरफ्तारियां बडे पैमाने पर शुरू कर दी है. पूरे घाटी से करीब 500 युवाओं को गिरफ्तार किया गया है. एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘पुलिस ने अब तक कुल 349 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.’ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2016 2:54 PM

श्रीनगर : घाटी में सड़कों पर हो रहे विरोध प्रदर्शन को खत्म करने के लिए पुलिस ने शरारती तत्वों की गिरफ्तारियां बडे पैमाने पर शुरू कर दी है. पूरे घाटी से करीब 500 युवाओं को गिरफ्तार किया गया है. एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘पुलिस ने अब तक कुल 349 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.’ प्रवक्ता के अनुसार, ‘कुल 122 लोगों को ‘कानून के निषेधात्मक प्रावधानों’ के तहत हिरासत में लिया गया है. अब तक सड़कों पर हो रहे विरोध प्रदर्शन में दो पुलिस वालों समेत 50 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 6000 लोग घायल हो चुके हैं. आठ जुलाई को सुरक्षा बलों ने मुठभेड में हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर बुरहान वानी और उसके दो सहयोगियों को मार गिराया था, जिसके बाद बडे पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया.

शुरू में हालात सुधारने के लिए अधिकारियों ने पूरे घाटी में कर्फ्यू लगा दिया था लेकिन यह रणनीति सफल नहीं हो पाई, और उससे ज्यादा लोग सडकों पर आ गए. एक उच्च अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियां प्रदर्शनकारियों के बीच से शरारती तत्वों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज और तस्वीरों का सहारा ले रही है. अधिकारी ने कहा, ‘पत्थर फेंकने की घटना को रिकॅार्ड करने के लिए हमने अपने कुछ सुरक्षाकर्मियों को कैमरे से लैस वर्दी पहनाई थी और हम अब वीडियो का विश्लेषण करके शरारती तत्वों की पहचान कर रहे हैं.

प्रवक्ता ने कहा, ‘जैसे ही आरोपी की पहचान होगी वैसे ही हम सही समय पर उसे गिरफ्तार कर लेंगे.’ हालांकि अधिकारी ने इस बात को स्वीकार किया है कि कई आरोपी युवाओं की गिरफ्तारियां अभी भी नहीं हो पाई है क्योंकि ये युवा अपने परिवार वालों के साथ नहीं रहते हैं और अपना स्थान बदलते रहते हैं. उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कोशिशें जारी है.’ वहीं अलगाववादियों ने सुरक्षाबलों के इस कदम की आलोचना की है. अलगाववादियों का कहना है कि सुरक्षाबल कानून व्यवस्था बनाए रखने की आड में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को परेशान कर रहे हैं.

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