कोरोना राष्ट्रीय आपदा घोषित : भारत में अब तक 84 मामले सामने आये, 11 संक्रमित लोग हो चुके हैं ठीक
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए देश से लेकर विदेश तक युद्धस्तर पर प्रयास जारी हैं. वायरस के बढ़ते प्रसार के बीच केंद्र सरकार ने शनिवार को कोविड-19 नोवल को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया है.
नयी दिल्ली : कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए देश से लेकर विदेश तक युद्धस्तर पर प्रयास जारी हैं. वायरस के बढ़ते प्रसार के बीच केंद्र सरकार ने शनिवार को कोविड-19 नोवल को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया है. केंद्र सरकार ने अपने आदेश में कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष के तहत आवंटित धन का इस्तेमाल कोरोना से लड़ने के लिए कर सकते हैं.
भारत में कोरोना के सत्यापित मामलों की संख्या बढ़ कर 84 हो गयी है. राहत की बात यह है कि 11 व्यक्तियों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी है. सबसे अधिक 26 संदिग्ध मरीज महाराष्ट्र में मिले हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्षेत्र में कोरोना वायरस से निबटने की एक संयुक्त रणनीति का खाका खींचने के लिए रविवार की शाम पांच बजे सभी दक्षेस राष्ट्रों की एक वीडियो काॅन्फ्रेंस में भारत का नेतृत्व करेंगे. इसमें श्रीलंका, मालदीव, बांग्लादेश, भूटान, पाकिस्तान, नेपाल व अफगानिस्तान के नेता शामिल होंगे़
पीएम मोदी ने ही कोरोना का मुकाबला करने के लिए क्षेत्रीय सहयोग के वास्ते दक्षेस राष्ट्रों द्वारा संयुक्त रणनीति तैयार किये जाने का प्रस्ताव किया था. इधर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार तक 13 राज्यों में इसके फैलने की पुष्टि की है. कई और राज्यों ने 31 मार्च तक स्कूल-कॉलेज बंद करने के साथ सिनेमा हॉल और सभाओं पर पाबंदी लगा दी है. मालूम हो कि इस वायरस से पूरी दुनिया में संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख 33 हजार 970 हो गयी है और पांच हजार से अधिक की मौत हो चुकी है.
13 राज्यों में फैला वायरस, महाराष्ट्र में सर्वाधिक 26 संक्रमित
देश में अब तक
हिमाचल, बंगाल, पंजाब, राजस्थान, गोवा में भी 31 तक स्कूल- कॉलेज बंद
रेलवे को 12 दिनों में 85 करोड़ का नुकसान, 12 लाख यात्रियों ने रद्द किये टिकट
बेंगलुरु में आरएसएस ने रद्द की अपनी वार्षिक बैठक
भारत में अमेरिकी दूतावास ने 16 मार्च से वीजा प्रक्रिया रद्द की
नागपुर के मेयो अस्पताल से पांच संदिग्ध भाग कर घर पहुंचे, पुलिस ने दोबारा भर्ती कराया
इंफोसिस ने एक कर्मचारी के मरीज के संपर्क में आने पर बेंगलुरु में इमारत खाली करायी
12 लाख यात्रियों की देश के विभिन्न एयरपोर्टों पर जांच
तिहाड़ जेल में बनाया गया आइसोलेशन सेल
एहतियात : स्थगित हुआ पद्म पुरस्कार समारोह : कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर 26 मार्च और तीन अप्रैल को होने वाले पद्म पुरस्कार समारोहों को स्थगित कर दिया गया है. देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों-पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री में दिये जाते हैं. पद्म पुरस्कारों की घोषणा गणतंत्र दिवस को की गयी थी. इस वर्ष 141 हस्तियों को पद्म पुरस्कार देने को मंजूरी मिली है.
भारत कोरोना वायरस को आइसोलेट करनेवाला पांचवां देश बना
भारत ऐसा पांचवां देश बन चुका है, जिसने कोविड-19 के वायरस को आइसोलेट करने में चीन, जापान, थाईलैंड और अमेरिका के बाद सफलता हासिल की है. कोरोना आसानी से आइसोलेशन में नहीं आता है. ऐसे में इसे आइसोलेट करने में कामयाबी मिलना बड़ी सफलता है. इसकी वजह से दवा बनाना और उसकी टेस्टिंग करना आसान होगा.
महाराष्ट्र में एक संदिग्ध मरीज की हुई मौत : नागपुर. सऊदी अरब से हाल में लौटे 71 वर्षीय कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज की महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में शनिवार दोपहर मौत हो गयी. मृतक मधुमेह और उच्च रक्तचाप का मरीज था. उसके सैंपल को जांच के लिए लैब में भेजा गया है. यदि यह कोरोना का केस हुआ, तो देश में इससे मौत का यह तीसरा मामला होगा.
संसद भवन परिसर आम लोगों के लिए बंद : लोकसभा सचिवालय ने शनिवार को एहतियात के तौर पर दर्शक दीर्घा और संसद परिसर में घूमने से जुड़े जन सामान्य पास जारी करने पर रोक लगा दी है. सचिवालय के इस आदेश के बाद अब आम लोग संसद भवन परिसर नहीं जा सकेंगे. सांसदों से भी अनुरोध किया है कि वे ऐसे पास जारी करने की अनुशंसा नहीं करें.
प्रभात खबर अपील – एहतियात बरतने की जरूरत : कोरोना वायरस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. केवल सजगता, सावधानी और स्वच्छता जरूरी है. विशेषज्ञों के सुझावों को मान कर और इससे जुड़ी सही जानकारी आपस में साझा कर हम कोरोना को परास्त कर सकते हैं.
कोरोना की हर दो दिन पर होगी समीक्षा, इधर झारखंड में भी सरकार अलर्ट, मुख्य सचिव बोले : रांची : मुख्य सचिव डीके तिवारी ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर राज्य सरकार सतर्क है. स्थिति पर नजर रखी जा रही है. हर दो दिनों पर सभी जिलों के डीसी के साथ समीक्षा की जायेगी. शुक्रवार को भी सभी डीसी से बात की गयी है. राहत की बात यह है कि झारखंड समेत पूर्वी भारत में अभी तक कोरोना का कोई केस नहीं मिला है. फिर भी सरकार ने एहतियातन सार्वजनिक कार्यक्रमों को रद्द करने का फैसला लिया है.
जनता को भी पैनिक होने की जरूरत नहीं है. हां सावधानी बरतना जरूरी है. जहां तक हो सके, सार्वजनिक कार्यक्रमों और भीड़-भाड़वाली जगहों से लोग बचें. स्कूल-कॉलेज की स्थिति पर भी नजर रखी जा रही है. फिलहाल बंद करने पर फैसला नहीं लिया गया है. अगली समीक्षा बैठक सोमवार को होगी, तभी कोई निर्णय लिया जा सकता है.
मुख्य सचिव ने बताया कि इस मुद्दे पर अन्य राज्यों के मुख्य सचिवों से भी निरंतर बात हो रही है. स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देश दिये गये हैं. विभाग अपनी तैयारी पूरी मुस्तैदी के साथ कर रहा है.
स्कूल-कॉलेजों को बंद करने पर अभी निर्णय नहीं
असर
कोरोना को लेकर झामुमो केंद्रीय समिति की बैठक स्थगित
आइआइएम रांची का दीक्षांत समारोह स्थगित, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को आना था
बीआइटी हॉस्टल में रहनेवाले छात्र-छात्राअों के कैंपस से बाहर जाने पर प्रतिबंध
अब ट्रेनों में मांगने पर ही मिलेगा कंबल, एसी कोच के पर्दे हटाये गये
जमशेदपुर एमजीएम में मलयेशिया से आये बारीडीह के वृद्ध की जांच करायी गयी थी. उनमें संक्रमण नहीं मिला. रांची से आये दो संदिग्धों के नमूने नेगेटिव पाये गये.
स्वास्थ्य मंत्री ने शिक्षण संस्थानों, पार्क व सिनेमा हॉल को बंद करने के लिए सीएम से मांगा निर्देश
डेढ़ से तीन रुपये में बिकनेवाला मास्क 30 से 50 रुपये में बेचा जा रहा है. इधर जिला प्रशासन ने आदेश जारी किया है कि मास्क व सेनेटाइजर की कालाबाजारी करनेवालों पर होगी कार्रवाई
उधर बिहार में कई शहरों में धारा 144 लागू कर लोगों के एक जगह जमा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
इटली से पटना लौटे रांची के सिटी एसपी सौरभ चिकित्सा निगरानी में
रांची : रांची के सिटी एसपी सौरभ कुमार हनीमून पर इटली गये थे. शनिवार को पत्नी के साथ दिल्ली के रास्ते पटना पहुंचे. यहां एयरपोर्ट पर जांच के बाद दोनों को पीएमसीएच भेज दिया गया. बताया जा रहा है कि इसके बाद उन्हें होम कोरोनेटिनेड किया गया है. सौरभ की पत्नी पटना के ही एक मेडिकल कॉलेज में सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर हैं.
इधर झारखंड पुलिस मुख्यालय से सिटी एसपी की 10 दिनों की छुट्टी बढ़ा दी गयी है. इस मामले में सिटी एसपी ने कहा है कि उनकी तबीयत पूरी तरह ठीक है. एहतियात के तौर पर पटना में चिकित्सकीय जांच करा रहे हैं.
क्या है होम कोरोनेटिनेड करना : कोरोना से प्रभावित लोगों के संपर्क में आने पर संदेह के लिहाज से संबंधित व्यक्ति को एक अलग कमरे में रख कर उसके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जाती है. इसे होम कोरोनेटिनेड करना कहते हैं. इस दौरान परिवार के सदस्य उनसे मिल सकते हैं, लेकिन उन्हें यह एहतियात बरतना होता है कि वे व्यक्ति से लगातार एक मीटर की दूरी बनाये रखें. निगरानी की यह अवधि 14 दिनों की होती है. इस दौरान संदिग्ध मरीज के सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने पर रोक रहती है.