नयी दिल्ली : राज्यसभा में विपक्ष के द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद पर पूरा विपक्ष एक साथ है, मैं इसकी प्रशंसा करता हूं. मुझे पाक में विरोध की चिंता नहीं थी, अगर विरोध का डर होता तो मैं पाकिस्तान जाता ही नहीं. गृहमंत्री ने कहा उन्हें जो करना था , उन्होंने किया, मैं उस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त करना चाहता, मुझे कोई शिकवा-शिकायत नहीं है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं इस पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता कि सार्क में मीडिया कवरेज की मनाही करने का पाक का कदम सही था या गलत. पाक गृह मंत्री ने सभी को लंच पर आमंत्रित किया था लेकिन वह वहां से अपनी कार से चले गए, इसके बाद मैं भी वहीं से निकल गया, मैं वहां लंच करने नहीं गया था. उन्होंने कहा कि हमारे भारत में जितने भी प्रधानमंत्री हुए उन्होंने शांति के साथ पड़ोसी मुल्क के साथ रिश्ता बनाने की कोशिश की लेकिन यह है कि मानता नहीं. परमात्मा उन्हें सद्बुद्धि दे.
राजनाथ सिंह ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का उल्लेख करते हुए कहा कि वाजपेयी जी हमेशा कहते थे मित्र बदल जाते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं बदलते हैं. राज्यसभा में राम गोपाल यादव के सवाल का जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि सपा सदस्य ने एक सवाल उठाया कि बीएसएफ को सीमा पर इजाजत लेने की जरुरत नहीं पड़नी चाहिए तो मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि पहली गोली हमारी ओर से नहीं चलेगी फिर भी यदि चल जाती है तो उसके बाद क्या करना है इसके लिए खुद उन्हें स्व विवेक का इस्तेमाल करना होगा.