मऊ : बसपा मुखिया मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोपी पूर्व भाजपा नेता दयाशंकर सिंह को शनिवार को जमानत मिल गयी जिसके बाद वह आज मऊ जेल से रिहा हुए.जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने कहा कि मैं कई दिनों से परिवार से नहीं मिला और मरी पत्नी की तबियत खराब है. पहले मैं अपने परिवार से मिलूंगा फिर मीडिया से बात करूंगा.शनिवार कोइस संबंध में वकील छेदी लाल गुप्ता ने बताया कि अपर सत्र न्यायाधीश (चतुर्थ) अजय कुमार ने दयाशंकर सिंह को 50-50 हजार रुपये के दो निजी मुचलकों पर जमानत दी. लगभग 45 मिनट तक चली बहस के बाद अदालत ने यह निर्णय दिया.
खबर है कि बसपा अदालत के इस आदेश को हाइकोर्ट में चुनौती देगी. बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि जमानत का आदेश विधिसम्मत नहीं है और इसे हाइकोर्ट में चुनौती दी जायेगी. आपको बता दें कि मायवाती पर अभद्र टिप्पणी करने के बाद से वह विवाद में हैं. इसविवादके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था. दयाशंकर ने मायावती पर पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाया था. इस बात को पुष्ट करने के लिए दयाशंकर ने एक आपत्तिजनक उदाहरण दे दिया था जिस पर बवाल मच गया. मायावती ने भी इस मामले को राज्यसभा में उठाकर हंगामा किया था.
मामले पर विवाद होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने तुरतं कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था. इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश में राजनीति शुरू हो गयी थी. बसपा ने इस मामले को लेकर उग्र प्रदर्शन किया. बसपा के कई नेताओं ने इस प्रदर्शन के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.बसपा की आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर भाजपा ने भी पलटवार किया था और इस मामले में भाजपा ने बसपा की प्रतिक्रिया के जवाब में "बेटी के सम्मान में भाजपा मैदान में " नारा दिया था. दयाशंकर की पत्नी ने इस मामले में बसपा नेता के खिलाफ शिकायत की थी.