नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तेलंगाना के रामागुंडम शहर में एनटीपीसी की 1600 मेगावाट क्षमता के तेलंगाना सुपर तापीय विद्युत परियोजना के पहले चरण की आधारशिला रखेंगे. पीएम मोदी की सुरक्षा व्यवस्था में 5000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं. मेडक जिले के गजवेल में मोदी और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव द्वारा संयुक्त सभा के संबोधन में करीब डेढ़ लाख लोगों के आने की संभावना है.
सूत्रों ने बताया कि सार्वजनिक सभा के सभी महत्वपूर्ण प्रवेश बिंदुओं पर कुल 50 मेटल डिटेक्टर लगाये गये हैं. मोदी गजवेल मंडल के कोमातीबंदा में ‘मिशन भागीरथ’ की शुरुआत करेंगे. यह मिशन जल ग्रिड परियोजना है जिसका उद्देश्य आगामी 4 वर्षों में तेलंगाना के सभी घरों में पेयजल उपलब्ध कराना है.
मोदी करीमनगर में रामागुंडम उर्वरक फैक्टरी की मरम्मत, वारंगल में कालोजी स्वास्थ्य विश्वविद्यालय, मेडक जिले में कोटापल्ली, मनोहराबाद रेल लाइन के निर्माण और एनटीपीसी द्वारा 1600 मेगावाट की ताप विद्युत परियोजना की आधारशिला रखेंगे. प्रधानमंत्री सिंगरेनी कोलियरिज द्वारा बनायी गयी 1200 मेगावाट की विद्युत परियोजना को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. मोदी रविवार की शाम को हैदराबाद में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को भी संबोधित करेंगे.
देश के इस 29वें राज्य के बेहतर भविष्य के लिए एनटीपीसी इस परियोजना का कार्यान्वयन दो चरणों में कर रही है. पहले चरण में 800 मेगावाट की क्षमता के दो और दूसरे चरण में 800 मेगावाट की क्षमता के तीन संयंत्र स्थापित होने हैं. एक अधिकारी ने बताया कि यह परियोजना एनटीपीसी के मौजूदा रामागुंडम बिजली संयंत्र परिसर में ही स्थापित की जाएगी. इसके लिए किसी प्रकार की अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता नहीं है. परियोजना के लिए 10,598.98 करोड़ रुपये निवेश का आवंटन किया गया है.
आंध्रप्रदेश पुनर्गठन कानून 2014 में यह व्यवस्था की गयी है कि एनटीपीसी नये तेलंगाना राज्य में 4000 मेगावाट का बिजली संयंत्र लगायेगा. अधिकारियों के अनुसार कोयला मंत्रालय ने 10 सितंबर 2015 के पत्रानुसार यह सूचित किया है कि एनटीपीसी की 4,000 मेगावाट तेलांगाना परियोजना के लिये ओडिशा की मंदाकिनी-बी कोयला खान को आवंटित किया गया है.
खान का विस्तार होने तक अंतरिम व्यवस्था के तौर पर तेलंगाना की इस पहले चरण की विद्युत परियोजना के लिये वैस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) से कोयला उपलब्ध कराया जायेगा. डब्ल्यूसीएल कोल इंडिया लिमिटेड की आठ अनुषंगियों में से एक है. एनटीपीसी की 18 कोयला आधारित, सात गैस आधारित, नौ सौर उर्जा और एक जलविद्युत परियोजना सहित कुल 47,228 मेगावाट की स्थापित क्षमता है. इसमें 9 संयुक्त उद्यम कंपनियां भी शामिल हैं.