नयी दिल्ली : महत्वपूर्ण कर सुधारों वाला जीएसटी विधेयक आज लोकसभा में पेश कर दिया गया है. लोकसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बयान देते हुए कहा कि जीएसटी से जटलिता दूर हुई है. 2011 के कानून में लिखा था कि फैसला सर्वसम्मति से लिया जाएगा, लेकिन सर्वसम्मति कैसे मानी जाएगी इसे नहीं समझाया गया था. उन्होंने कहा कि जीएसटी से देश में कारोबार करना आसान होगा. सरकार सभी पार्टियों की राय पर ध्यान देने की लगातार कोशिश कर रही है.
जेटली ने कहा कि जीएसटी बिल से पूरा देश एक इंटिग्रेटेड बाजार होगा जिससे यहां व्यापार करना आसान होगा. एक टैक्स से वस्तु और सेवाओं का आदान-प्रदान आसान हो जाएगा. यह बिल देश हित में है.विपक्ष की तरफ से बिल पर चर्चा के दौरान वीरप्पा मोइली ने कहा कि जीएसटी से कई लोगों का हित जुड़ा है, लेकिन हम इस पर उनकी प्रतिक्रिया नहीं जानते हैं.
आपको बता दें कि लोकसभा में शाम 6 बजे जीएसटी बिल में संशोधनों पर वोटिंग होगी. जीएसटी पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लोकसभा में मौजूद हैं.