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इरोम शर्मिला से भी ज्यादा जिद्दी है उनकी मां, जानें कैसे

इंफाल : मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला चानू आफ्सपा के खिलाफ 16 सालों का भूख हड़ताल आज खत्म करेंगी. पिछले महीने उन्होंने कोर्ट को बताया कि वो अपना विरोध मंगलवार यानी आज समाप्त करेंगी. इस संबंध में उनके भाई ने कहा कि अनशन समाप्त करने की घोषणा के बाद मैंने इरोम से मिलने की कोशिश की, […]

इंफाल : मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला चानू आफ्सपा के खिलाफ 16 सालों का भूख हड़ताल आज खत्म करेंगी. पिछले महीने उन्होंने कोर्ट को बताया कि वो अपना विरोध मंगलवार यानी आज समाप्त करेंगी. इस संबंध में उनके भाई ने कहा कि अनशन समाप्त करने की घोषणा के बाद मैंने इरोम से मिलने की कोशिश की, लेकिन मुझे इजाजत नहीं दी गई. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं शर्मिला से मिलना चाहता हूं और उसका अंतिम निर्णय सुनना चाहता हूं. उन्होंने कहा हम अपने भविष्‍य का प्लान तैयार करेंगे. भाई सिंहजीत इरोम ने कहा कि मेरी मां ने इरोम से तब तक न मिलने का फैसला किया है, जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती है.


एक किलोमीटर की दूरी…

मणिपुर की राजधानी इंफाल के लगभग बीचों-बीच एक अस्पताल है जो एक दशक से भी ज़्यादा समय से इरोम शर्मिला का घर है. उनका असली घर इस अस्पताल से करीब एक किलोमीटर दूर है, जहां उनकी मां, भाई और रिश्तेदार रहते हैं. लेकिन 16 साल से भूख हड़ताल कर रहीं इरोम शर्मिला ने इतने सालों में कभी भी इस एक किलोमीटर की दूरी तय करने की कोशिश नहीं की.

अस्पताल ही है 16 साल से घर
इरोम शर्मिला की मांग है कि हिंसक घटनाओं के कारण सरकार द्वारा अशांत घोषित किये गये क्षेत्रों में तैनात सशस्त्र सेनाओं को मिले विशेषाधिकारों को समाप्त किया जाये. नवंबर, 2000 में मणिपुर में 10 लोगों की फर्जी मुठभेड़ में मारे जाने की घटना के बाद अनशन शुरू करने के तुरंत बाद से ही वे हिरासत में हैं. उन्हें नाक में लगी एक नली द्वारा खाना दिया जाता है तथा इंफाल के एक अस्पताल के कमरे को ही अस्थायी जेल के रूप में बदल दिया गया है, जहां उन्हें सीमित लोगों से मिलने-जुलने की अनुमति है.

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