12.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जाकिर नाइक को विदेश से मिले 60 करोड़ रुपये, पुलिस करेगी परिवार से पूछताछ

मुंबई : स्वघोषित धर्म प्रचारक जाकिर नाइक की जांच में मुंबई पुलिस को कई ऐसे सबूत मिले हैं जिसमें नाइक की संस्था के विदेशी फंडिंग का पता चला है. पुलिस ने जांच में पाया है कि नाइक के बैंक अकाउंट्स में पिछले तीन सालों में तीन अलग-अलग देशों से 60 करोड़ रुपये आए हैं. इस […]

मुंबई : स्वघोषित धर्म प्रचारक जाकिर नाइक की जांच में मुंबई पुलिस को कई ऐसे सबूत मिले हैं जिसमें नाइक की संस्था के विदेशी फंडिंग का पता चला है. पुलिस ने जांच में पाया है कि नाइक के बैंक अकाउंट्स में पिछले तीन सालों में तीन अलग-अलग देशों से 60 करोड़ रुपये आए हैं. इस संबंध में मुंबई पुलिस नाइक के परिवार के लोगों से पूछताछ भी करेगी. जांच में सामने आया है कि नाइक के परिवार के सदस्यों से जुड़े पांच बैंक खातों में यह रकम जमा की गई है. अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार एक अधिकारी ने बताया, ‘हम अभी तक यह नहीं पता लगा पाए हैं कि ये रकम किस मकसद से जमा की गई है. हमने जांच की और इस लेन-देन का पता लगाया.’

अधिकारी ने साफ किया कि ये बैंक खाते नाईक के एनजीओ से जुड़े नहीं हैं बल्कि उसके अपने हैं. हालांकि इस सिलसिले में आईआरएफ के दूसरे अधिकारियों से अभी तक पूछताछ नहीं की गई है. एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, हमने इनकम टैक्स विभाग से इन कंपनियों का डीटेल मांगा है. हम पता कर रहे हैं कि इन कंपनियों को फंडिंग कहां से होती थी. क्या धर्म परिवर्तन के लिए फाइनेंस इन्हीं कंपनियों से होता था. नाइक और उनकी संस्था पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप भी लगा है. साथ ही उनपर युवकों को गुमराह करने का भी आरोप है.

नाइक गैरकानूनी गतिविधियों में ‘लिप्त’: पुलिस रिपोर्ट

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा था कि विवादास्पद इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक को मुम्बई पुलिस ने ‘अभ्यारोपित’ किया है और उसे कथित तौर पर संभावित आतंकवादी संबंधों के साथ गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाया है. फडणवीस ने कहा कि इस्लामी प्रचारक नाइक के खिलाफ एक पुख्ता मामला तैयार किया जा रहा है जिसका संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) भी जांच के घेरे में है और उसे प्रत्यर्पित करने के प्रयास किये जा रहे हैं. नाइक वर्तमान में विदेश में है. नाइक के कथित भडकाउ भाषणों की जांच कर रही मुम्बई पुलिस ने अपनी रिपोर्ट महाराष्ट्र सरकार को सौंप दी. मुम्बई पुलिस से कहा गया था कि वह नाइक के आनलाइन उपलब्ध पूर्व के भाषणों की जांच करे ताकि यह देखा जा सके कि क्या उनमें से किसी ने युवाओं को आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया होगा.

दूसरे धर्मों का अनादर करता था नाइक

फडणवीस ने कहा था, ‘रिपोर्ट में उसके (नाइक) द्वारा अन्य धर्म के बारे में टिप्पणी और अनादर किये जाने के बारे में उल्लेख किया गया है. नाइक के इस कार्य से समाज में सौहार्द बिगड सकता है. रिपोर्ट में उन देशों के बारे में भी जानकारी है जिन्होंने उसे या उसके संगठन को प्रतिबंधित किया है.’ उन्होंने कहा, ‘सरकार रिपोर्ट पर गौर कर रही है जिसके कई पहलू हैं जो कि केंद्र के क्षेत्राधिकार वाले हैं.’ उन्होंने कहा कि रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी जाएगी और आगे की कार्रवाई उसके दिशानिर्देश के तहत की जाएगी.’ उन्होंने कहा, ‘रिपोर्ट में ऐसे अवैध और गैरकानूनी गतिविधियों (कथित तौर पर नाइक और आईआरएफ की संलिप्तता वाले) के बारे में कई खुलासे हैं जो देश हित में नहीं हैं.’

नाइक ने आरोपों को किया खारिज

ऐसी खबरें थीं कि उनके ‘भडकाउ’ भाषणों ने गत एक जुलाई को ढाका में एक रेस्त्रां पर हमला करने वाले आतंकवादियों में से कुछ को प्रेरित किया था। हमले में 22 व्यक्तियों की मौत हो गई थी. नाइक ने गत 15 जुलाई को सउदी अरब से स्काइप के जरिये भारतीय मीडिया से लंबी बातचीत की थी. इस बातचीत में नाइक ने इस आरोप को खारिज कर दिया था कि उनके भाषणों ने आतंकवादी गतिविधि को प्रेरित किया, जिसमें ढाका हमला शामिल है. नाइक ने इस वर्ष भारत वापस लौटने की बात खारिज कर दी है और दावा किया है कि उसकी टिप्पणियों को ‘संदर्भ के बाहर दिखाया गया’ और यह कि उसने कभी किसी आतंकवादी गतिविधि को प्रेरित नहीं किया. नाइक ने कहा कि वह ‘शांति का दूत’ हैं. उन्होंने भारतीय मीडिया पर असत्यापित रिपोर्ट और छेडछाड की गई क्लिपों के आधार पर एक मीडिया ट्रायल चलाने का आरोप लगाया तथा कहा कि बयानों को संदर्भ से बाहर दिखाया जा रहा है.

इस्लाम और उसके सिद्धांतों को प्रचारित करता है RIF

जाकिर नाइक के फाउंडेशन ने कहा, ‘आईआरएफ को पुलिस आयुक्त की रिपोर्ट के बारे में जानकारी नहीं लेकिन मीडिया में आयी खबरों को लेकर आईआरएफ यह दोहराना चाहता है कि आरोप झूठे और आधारहीन हैं. डा. जाकिर नाइक शांति और सौहार्द को बढावा देने में दृढता से विश्वास करते हैं तथा वह यह दशकों से कर रहे हैं.’ उसने कहा कि न तो नाइक और न ही आईआरएफ को अभी तक गृह मंत्रालय या सरकार की किसी एजेंसी की ओर से कोई नोटिस मिला है. इसलिए वह उस पर कोई टिप्पणी नहीं कर पाएगा. उसने कहा, ‘आईआरएफ एक अनुसंधान संस्था है जो इस्लाम और उसके सिद्धांतों के बारे में अधिक जागरुकता को बढावा देती है. डा. जाकिर नाइक तुलनात्मक धर्म के एक विशेषज्ञ हैं और वह इस्लाम और अन्य धर्म पर विश्वभर में अच्छे से अनुसंधान की हुई चर्चा करते हैं.’ उसने कहा कि नाइक इस्लाम की शिक्षाओं पर जोर देते हैं जो ‘असंवैधानिक नहीं है’ और संविधान का अनुच्छेद 25 किसी भी धर्म का उपदेश एवं प्रचार की इजाजत है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें