एंट्रिक्स-देवास : ISRO के पूर्व चेयरमैन जी. माधवन नायर के खिलाफ CBI ने चार्जशीट दायर किया

तिरुवनंतपुरम: एंट्रिक्स-देवास सौदे मामले पर इसरो के पूर्व अध्यक्ष माधवन नायर के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दायर किया है. उधर इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी माधवन नायर ने आज कहा कि उन्हें यह समझ नहीं आता कि मामला किस आधार पर दर्ज किया गया है. सीबीआई के आरोप पत्र में उनका नाम सौदे में आरोपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2016 10:19 PM

तिरुवनंतपुरम: एंट्रिक्स-देवास सौदे मामले पर इसरो के पूर्व अध्यक्ष माधवन नायर के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दायर किया है. उधर इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी माधवन नायर ने आज कहा कि उन्हें यह समझ नहीं आता कि मामला किस आधार पर दर्ज किया गया है.

सीबीआई के आरोप पत्र में उनका नाम सौदे में आरोपी के रुप में दर्ज किए जाने पर उनकी प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर नायर से कहा, ‘‘दरअसल मुझे नहीं पता कि किस आधार पर मामला दर्ज किया गया है और मामले में उठाए गए विशिष्ट आरोपों का क्या आधार है.” उन्होंने कहा कि पूर्व में, दो समितियों- बी के चतुर्वेदी और प्रत्यूष सिन्हा- ने मामले की जांच की थी और यह निष्कर्ष निकाला था कि ‘‘सरकार को कोई नुकसान नहीं हुआ है या स्पेक्ट्रम की कोई बिक्री नहीं हुई है.” नायर ने कहा कि इसके बावजूद उस समय चार वैज्ञानिकों को सजा दी गई थी.
उन्होंने कहा, ‘‘अब यह समझ नहीं आ रहा कि चार साल बाद एक ही मुद्दे पर अदालत में मामला फिर कैसे लाया गया।” नायर ने कहा कि एक तथ्य यह भी है कि देवास समझौते को एक अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण में चुनौती दी गई थी जो इस निष्कर्ष पर पहुंचा था कि सरकार को उस समय गुमराह किया गया था और उस समय उठाया गया कदम पूरी तरह अवैध था.उन्होंने कहा कि उसने एंट्रिक्स पर करीब एक अरब डॉलर का जुर्माना भी लगाया था.
सीबीआई ने एंट्रिक्स-देवास सौदा मामले में एक आरोप पत्र दायर किया है जिसमें इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी माधवन नायर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के नाम शामिल किए गए हैं. उन पर इसरो की वाणिज्यिक कंपनी एंट्रिक्स द्वारा निजी मल्टीमीडिया कंपनी देवास को 578 करोड रपए का ‘‘गलत तरीके से” लाभ पहुंचाने का आरोप है

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