केजरीवाल का हथियार उन्हीं पर पड़ रहा है भारी

नयी दिल्ली:अरविंद केजरीवाल धरना और अनशन को अपना अहम हथियार मानते हैं. लेकिन अब दिल्ली के लोग उन्हीं के हथियार से उन्हीं को जवाब दे रहे हैं. चुनावी घोषणापत्र में आम आदमी पार्टी ने सभी अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करने का वादा किया था. इसी मांग को पूरा कराने के मकसद से डीटीसी के अस्थायी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2014 7:48 AM

नयी दिल्ली:अरविंद केजरीवाल धरना और अनशन को अपना अहम हथियार मानते हैं. लेकिन अब दिल्ली के लोग उन्हीं के हथियार से उन्हीं को जवाब दे रहे हैं. चुनावी घोषणापत्र में आम आदमी पार्टी ने सभी अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करने का वादा किया था. इसी मांग को पूरा कराने के मकसद से डीटीसी के अस्थायी कर्मचारी मिलेनियम बस डिपो के बाहर धरना दे रहे हैं.


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और परिवहन मंत्री सौरभ भारद्वाज ने डीटीसी में अनुबंध पर काम कर रहे ड्राइवरों और कंडक्टरों से मुलाकात की जो दो दिनों से मिलेनियम डिपो में हड़ताल पर हैं. सूत्रों ने बताया कि नौकरी स्थाई करने की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों से मिलने के लिए केजरीवाल कल शाम सात बजे डिपो पहुंचे.

सूचना है कि केजरीवाल ने हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को इस मामले में सरकार के सहयोग का आश्वासन दिया है और अनुंबध की नौकरियों को स्थाई करने के मामले पर विचार के लिए एक समिति के गठन की बात भी कही है. बस ड्राइवरों और कंडक्टरों सहित डीटीसी के करीब 2,500 अनुबंधित कर्मचारी हड़ताल पर हैं जिसके कारण शहर में बस सेवा प्रभावित हो रही है.

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