नयी दिल्ली : दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल 10 दिनों के विपश्यना से वापस लौटते ही आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर एक्शन में आ गये हैं. उन्होंने तीन राज्यों गोवा, पंजाब और गुजरात में विधानसभाओं के लिए जिम्मेवारियां बांट दी हैं. पंजाब का जिम्मा स्वयं अरविंद केजरीवाल ने लिया है, जबकि अपने सबसे करीबी मनीष सिसोदिया को गोवा का जिम्मा सौंपा है. सिसोदिया की मदद के लिए उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को भी उन्हीं के साथ लगा दिया है. दिल्ली के जल मंत्री कपिल मिश्रा और पार्टी के सीनियर नेता आशुतोष को गुजरात का जिम्मा सौंपा गया है.
गौरतलब है कि अगले छह महीनें में पंजाब और गोवा के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. पंजाब में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होंगे तो गोवा में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं. साल 2017 के आखिरी महीनों में गुजरात विधानसभा के भी चुनाव होने हैं. इस जिम्मेदारी के बंटवारे के साथ ही केजरीवाल ने इन सभी नेताओं को सितंबर के पहले हफ्ते से काम पर लग जाने का निर्देश दे दिया है.
केजरीवाल की रणनीति के अनुसा जिस नेता को जिस राज्य की जिम्मेवारी सौंपी गयी है वो उसी राज्य में हर माह 10 से 15 दिन बितायेगा और आम आदमी पार्टी का प्रचार-प्रसार करेगा. सभी नेता उन राज्यों में दिल्ली के विकास मॉडल के बारे में लोगों को बतायेंगे. केजरीवाल का जो भी मंत्री जिस विभाग को देखता है वह उसी विभाग के विकास मॉडल का उदाहरण प्रस्तुत करेगा.