लाल किले में भाषण के बाद अपने गुरू के अंतिम दर्शन के लिए अहमदाबाद पहुंचे नरेंद्र मोदी
या अहमदाबाद : लाल किले से जोरदार भाषण देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीधे अहमदाबाद पहुंचे. नरेंद्र मोदी ने स्वामीनारायण पंथ के अद्यात्मिक मुखिया व बोचासणवासी अक्षरपुरूषोतम संस्थान (BAPS) के प्रमुख स्वामी महराज को श्रद्धांजलि दी. स्वामी महराज कोयाद करते हुए प्रधानमंत्री रो पड़े. पिछले दिनों स्वामी महराज का देहांत हो गया था. वो […]
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अहमदाबाद : लाल किले से जोरदार भाषण देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीधे अहमदाबाद पहुंचे. नरेंद्र मोदी ने स्वामीनारायण पंथ के अद्यात्मिक मुखिया व बोचासणवासी अक्षरपुरूषोतम संस्थान (BAPS) के प्रमुख स्वामी महराज को श्रद्धांजलि दी. स्वामी महराज कोयाद करते हुए प्रधानमंत्री रो पड़े. पिछले दिनों स्वामी महराज का देहांत हो गया था. वो 95 वर्ष के थे.पिछले एक साल से बीमार चल रहे थे. 17 अगस्त को स्वामी जी महराज का अंतिम संस्कार किया जायेगा.
#WATCH: PM Modi gets emotional while paying homage to HH Pramukh Swami Maharaj in Sarangpur (Gujarat)https://t.co/rTxxyvSS01
— ANI (@ANI) August 15, 2016
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री ने स्वामी महराज के निधन के बाद ट्विट कर शोक जताया था. स्वामी महराज के देश-विदेश में अनेक शिष्य हैं. कई बड़ी हस्तियां भी उनके अनुयायी रह चुके हैं. पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम भी एचएच प्रमुख स्वामी महराज के बड़े प्रशंसकों में शामिल थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्वामी महाराज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे मेरे लिए एक संरक्षक थे. मैं उनकी बातों को कभी नहीं भूल सकता, उनकी मौजूदगी का एहसास हमेशा रहेगा.
कौन थे स्वामी महाराज
7 दिसंबर 1922 में जन्मे स्वामी महाराज ने 18 साल उम्र में गृह त्याग कर धर्म का मार्ग चुना था. धर्मगुरु के तौर पर मशहूर स्वामी महाराज ने दुनिया भर 631 मंदिरों का निर्माण करवाया. स्वामी जी महराजबीएपीएस ने नाम से कई संस्थाएं भी चलती हैं. व्यसन मुक्ति अभियान के क्षेत्र में उन्होंने काफी काम किया. जिसके जरिए अब तक करीब ढाई लाख से भी ज्यादा लोगों की बीड़ी, तंबाकू और शराब की आदतें छुड़वाई गईं. बीएपीएस संस्थान में 5500 से ज्यादा लोग काम करते हैं.