नयी दिल्ली: कांग्रेस ने बुधवार को सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की उस बात को कोई तवज्जो नहीं दी कि गोधरा बाद के दंगों में नरेन्द्र मोदी की कथित संलिप्तता पर किसी भी न्यायिक फैसले को स्वीकार किया जाना चाहिए और इस पर आगे सवाल नहीं खड़े किए जाने चाहिए.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘सभी राजनीतिक दल राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय देने के हकदार हैं. प्रफुल्ल अपनी राय रखने के हकदार हैं.’’ उन्होंने साथ ही कहा कि कांग्रेस ठोस न्याय में विश्वास रखती है. इससे पहले केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम उस युग में हैं जब किसी भी मुद्दे पर न्यायिक प्रणाली को न्याय पाने का अंतिम रास्ता मानते हैं और अगर उसने कोई फैसला दिया है तो हमें इसका सम्मान करना चाहिए. हम इस पर आगे सवाल खड़े नहीं करेंगे.’’
वह उन सवालों का जवाब दे रहे थे जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक टेलीविजन साक्षात्कार के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए कि राज्य में 2002 के दंगों को सरकार भड़का रही थी.पटेल ने कहा कि साक्षात्कार में कोई व्यक्ति अपने विचार पेश कर सकता है लेकिन राजनीति सिर्फ नेताओं की सोच पर नहीं बल्कि लोगों की सोच पर भी होती है.राकांपा नेता ने कहा, ‘‘लेकिन तथ्य है कि अगर न्यायिक प्रणाली ने किसी विवाद को अंतिम विराम दिया है तो हमें इसे वैसे ही रहने देना चाहिए.’’