अरुणाचल प्रदेश में दो बार चीनी सेना के अतिक्रमण की सूचना : रिजिजू

पासीघाट:केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आज कहा कि चीनी सेना ने पिछले महीने दो बार अरुणाचल प्रदेश की सीमा का अतिक्रमण किया था, लेकिन इसे घुसपैठ नहीं कहा जा सकता यह सीमा अतिक्रमण का मामला है. पूर्वोत्तर राज्य में पासीघाट एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने यहां पत्रकारों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2016 6:33 PM

पासीघाट:केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आज कहा कि चीनी सेना ने पिछले महीने दो बार अरुणाचल प्रदेश की सीमा का अतिक्रमण किया था, लेकिन इसे घुसपैठ नहीं कहा जा सकता यह सीमा अतिक्रमण का मामला है. पूर्वोत्तर राज्य में पासीघाट एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने यहां पत्रकारों को बताया, ‘‘हम इसे घुसपैठ नहीं बल्कि अतिक्रमण कह सकते हैं, क्योंकि चीनी थलसेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास के इलाके को पार किया.’ रिजिजू ने कहा कि 22 जुलाई को एक घटना की सूचना सुदूर एंजॉ जिले के किबिथू इलाके से मिली और दूसरी घटना पिछले ही महीने तवांग जिले के थांगसा में सामने आई.

उन्होंने कहा कि जब भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और केंद्र सरकार ने इसके बारे में पता लगाया तो पाया कि यह सीमा के अतिक्रमण की घटना थी. एएलजी से सू-30 एमकेआई जैसे लडाकू विमान उडान भर सकेंगे और वहां उतर सकेंगे. इससे चीन से लगी सीमा पर भारत की सैन्य क्षमताओं को बडी ताकत हासिल हुई है. सीमा क्षेत्र में आधारभूत संरचना के विकास के मामले में चीन की बराबरी को लेकर भारत सरकार की ओर से की जा रही कोशिशों के बारे में रिजिजू ने कहा कि केंद्र पहले ही बुनियादी संरचना को मजबूत बनाने का काम शुरू कर चुका है और पासीघाट में बना एएलजी इस दिशा में एक बडा कदम है. रिजिजू ने कहा, ‘‘हम सीमा पर अपनी बुनियादी संरचना मजबूत करके किसी देश को चुनौती नहीं दे रहे और न ही किसी से कोई प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. हमें अपने बचाव को मजबूत बनाने के लिए आधारभूत संरचना मजबूत बनानी होगी और हमने जो कुछ भी किया है, वह इसलिए क्योंकि भारत एक क्षमतावान उभरती ताकत है

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