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कश्मीर हिंसा: विपक्षी नेताओं के शिष्टमंडल ने पीएम मोदी से की मुलाकात

नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में राज्य के विपक्षी नेताओं के एक शिष्टमंडल ने कश्मीर के हालात पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. खबर है कि इस दल ने पीएम मोदी से मुलाकात करके कश्‍मीर संकट के राजनीतिक समाधान के लिए सभी पक्षों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2016 8:11 AM

नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में राज्य के विपक्षी नेताओं के एक शिष्टमंडल ने कश्मीर के हालात पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. खबर है कि इस दल ने पीएम मोदी से मुलाकात करके कश्‍मीर संकट के राजनीतिक समाधान के लिए सभी पक्षों के साथ बातचीत शुरू करने की जरूरत को रेखांकित किया.

विपक्षी दलों के शिष्टमंडल ने प्रधानमंत्री मोदी को ज्ञापन सौंपकर राज्य में पैलेट बंदूकों पर ‘‘तत्काल’ प्रतिबंध लगाने की मांग की. उमर के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया कि वे कश्मीर घाटी में सभी पक्षों के साथ तुरंत बातचीत शुरू करें.

शिष्टमंडल ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि कश्मीर में अशांति से निपटने में लगातार विफल रहने से अलगाव की भावना गहरी होगी.

आपको बता दें कि रविवार को पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने राज्य के विपक्षी दलों के संयुक्त शिष्टमंडल के साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और ताजा हालात पर चर्चा की. इधर, विपक्ष के इस कदम पर भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन पार्टियों ने कश्मीर की सत्ता में लंबे समय तक राज किया है, वे अब यहां आग भड़काने का काम कर रहे हैं.


देश की अखंडता पर हमला कर रहा पाक, होगा परास्त

जम्मू: केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कश्मीर में 44 दिन से जारी अशांति के लिए पाकिस्तान को जिम्मेवार ठहराया. आरोप लगाया कि युद्ध के माध्यम से जम्मू-कश्मीर को छीनने में विफल रहने के बाद वह नये तरीके से भारत की अखंडता पर हमला कर रहा है. 1947 में बंटवारे के बाद से ही समस्या उत्पन्न कर रहा है. इन सब के बाद भी वह युद्ध में परास्त होगा. उन्होंने कहा कि हिंसा में संलिप्त लोगों से समझौता नहीं होगा. पथराव करनेवाले ‘सत्याग्रही नहीं, आक्रमणकारी’ हैं, क्योंकि वे पुलिस व सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हैं. जम्मू में एक रैली में जेटली ने कश्मीर में इस समय एक गंभीर स्थिति उभरी है, जिसमें पाकिस्तान, अलगाववादी व धार्मिक ताकतों ने हाथ मिलाया है. हम सभी को एकजुट हो पड़ोसी देश को जवाब देना होगा. मोदी सरकार की प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा कि हिंसा में संलिप्त लोगों से कोई समझौता नहीं होगा. साथ ही राज्य के विकास के लिए प्रयास किया जायेगा, जो पिछले 60 वर्षों में नहीं हुआ है.

नेहरू के असफल राजनीतिक मॉडल का उदाहरण : जितेंद्र
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर को देश के पहले प्रधानमंत्री जेएल नेहरू के असफल राजनीतिक मॉडल का एक स्पष्ट उदाहरण बताया. उन्होंने कहा कि महाराजा (तत्कालीन)हरि सिंह के नियंत्रण में जम्मू-कश्मीर का क्षेत्र 2.25 लाख वर्ग किमी का था, लेकिन नेहरू जी के असफल राजनीतिक रुख के चलते भारत को उस क्षेत्र का मात्र एक लाख वर्ग किमी ही मिला, बाकी पाकिस्तान द्वारा कब्जा कर लिया गया. उन्होंने कहा कि ‘तिरंगा यात्रा’ तभी पूरी होगी , जब भारतीय ध्वज गिलगित-बाल्टिस्तान और कोटली में फहराया जायेगा.

घुसपैठ की कोशिश नाकाम, तीन आतंकी ढेर

श्रीनगर: कश्मीर के तंगधार इलाके में नियंत्रण रेखा से घुसपैठ की कोशिशों को रविवार को सेना ने विफल कर दिया. इसमें तीन आतंकियों की मौत हो गयी. ये आतंकी इलाके में दो दिन पहले बीएसएफ की चौकी पर हुए हमले में शामिल थे. सेना ने कुपवाड़ा जिले के तंगधार में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया है. इस अभियान में तीन आतंकियों को मार गिराया गया. उन्होंने बताया कि मारे गये आतंकी बीते 19 अगस्त को तंगधार इलाके में बीएसएफ चौकी पर हुए हमले में शामिल थे. इस हमले में तीन जवान घायल भी हुए थे. घटनास्थल से तीन हथियार और युद्ध से संबंधित अन्य सामग्री बरामद हुई है.

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