हालात का जायजा लेने कल कश्‍मीर जाएंगे राजनाथ, 12 साल बाद BSF तैनात

नयी दिल्ली : गृहमंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को एक बार फिर कश्‍मीर का दौरा करेंगे और मौजूदा हालात पर मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ वार्ता करेंगे. एक दिन पूर्व ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्‍मीर से आए प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता में ‘गहरी पीड़ा’ जताई थी. उन्होंने कहा था कि कश्‍मीर हिंसा में मारे जाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 23, 2016 2:42 PM

नयी दिल्ली : गृहमंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को एक बार फिर कश्‍मीर का दौरा करेंगे और मौजूदा हालात पर मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ वार्ता करेंगे. एक दिन पूर्व ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्‍मीर से आए प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता में ‘गहरी पीड़ा’ जताई थी. उन्होंने कहा था कि कश्‍मीर हिंसा में मारे जाने वाले लोग हमारे अपने हैं. बातचीत से इस समस्या का हल निकाला जाना जरुरी है. गौरतलब है कि पिछले महीनें हिज्बुल के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में विरोध-प्रदर्शन का दौर जारी है. घाटी में पिछले करीब 45 दिनों से अशांति है और कर्फ्यू भी लगाया गया है. फिलहाल कश्‍मीर की स्थिति को देखते हुए वहां बीएसएफ की तैनाती की गयी है. 12 साल बाद घाटी में बीएसएफ की तैनाती की गयी है. राजनाथ के दो दिनों के दौरे में गृह सचिव एस जयशंकर सहित अन्य वरिष्‍ठ अधिकारी भी उनके साथ कश्‍मीर जाएंगे. आपको बता दें कि घाटी में प्रदर्शन के बाद अभीतक 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

चिदंबरम ने सर्वदलीय शिष्टमंडल को कश्मीर भेजने की वकालत की

कांग्रेस के नेता पी चिदंबरम ने भी आज कहा कि जम्मू-कश्मीर के विपक्षी दलों के एक शिष्टमंडल और प्रधानमंत्री के बीच हुई बैठक यदि ‘नयी सोच’ का पहला संकेत है तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए. चिदंबरम ने एक सर्वदलीय शिष्टमंडल घाटी में भेजने की भी वकालत की. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम ने एक ट्वीट में कहा, ‘कल प्रधानमंत्री और जम्मू-कश्मीर के विपक्षी दलों के बीच हुई बैठक : यदि यह नये सिरे से सोचने का पहला संकेत है तो हमें इसका स्वागत करना चाहिए.’ उन्होंने लिखा, ‘अगला कदम एक सर्वदलीय शिष्टमंडल को जम्मू-कश्मीर भेजने का होना चाहिए.’

श्रीनगर के कुछ हिस्सों से कर्फ्यू हटाया गया

श्रीनगर के हालात कुछ बेहतर हुए हैं इसलिए यहां के कुछ इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया है. हालांकि घाटी में पाबंदियों और हडताल के कारण लगातार 46वें दिन जनजीवन प्रभावित हुआ. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर जिले के ज्यादातर हिस्सों से कर्फ्यू हटा लिया गया है. हालांकि शहर के मुख्य इलाकों के पांच थाना क्षेत्रों और बाहरी इलाके के बटमालू, मैसूमा और करालखुद में अभी भी कर्फ्यू जारी है. दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में भी कर्फ्यू जारी है. हालात में सुधार के मद्देनजर घाटी में कई इलाकों में लोगों की आवाजाही पर लगी पाबंदियों को भी हटा लिया गया है.

जेटली ने कश्मीर में युवकों से हिंसा छोडने की अपील की

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कश्मीर के युवाओं से अपील की कि वे हिंसा त्यागें, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर सुरक्षा बलों पर हमले होंगे तो उनको आत्मरक्षा में कार्रवाई करनी होगी. उन्होंने कहा, ‘परंतु अगर वे हथियार, विस्फोटक लाते हैं और सुरक्षा बलों पर हमले करते हैं. हजारों की संख्या में आते हैं और सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकते हैं तो यह हमला होगा और ऐसे में सुरक्षा बलों को आत्मरक्षा में कार्रवाई करनी होगी.’ उन्होंने कहा, ‘मैं गलत रास्ते पर चले गए युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि वे गलत रास्ता छोडें क्योंकि आखिकार सबकुछ खो चुके होंगे.’

पीएम नरेंद्र मोदी ने गहरी चिंता जताई थी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर में व्याप्त स्थिति को लेकर एक दिन पहले ‘गहरी पीडा’ जतायी थी तथा संविधान के दायरे में स्थायी समाधान निकालने के लिए वार्ता करने की आवश्यकता पर बल दिया था. उन्होंने जम्मू कश्मीर के विपक्षी नेताओं के एक शिष्टमंडल से यह बात कही थी. उन्होंने कहा था कि हाल की गडबडी में जान गंवाने वाले हमारे ही अंग हैं तथा हमारे युवाओं, सुरक्षा बलों अथवा पुलिस, भले ही किसी की जान जाये यह हमारे लिए परेशान करने वाली बात है. प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार जम्मू कश्मीर राज्य के साथ है. उन्होंने सुझाव दिया कि सभी राजनीतिक दलों को जनता से संपर्क साधना चाहिए और इस बात से अगवत कराना चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में शिष्टमंडल से मुलाकात में प्रधानमंत्री ने राज्य में व्याप्त स्थिति पर गहरी चिंता एवं पीडा जतायी तथा घाटी में सामान्य स्थिति कायम किये जाने की अपील की.

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