सुलगते कश्मीर में शांति का पैगाम लेकर पहुंचे गृहमंत्री राजनाथ सिंह
श्रीनगर: सुलगती कश्मीर घाटी में शांति का पैगाम लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर पहुंच चुके हैं. श्रीनगर पहुंचने से पहले राजनाथ सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से संदेश जारी किया. उन्होंने ट्विट किया कि कश्मीरियत, इंसानियत और जम्हूरियत में यकीन रखने वालों से बातचीत का मैं स्वागत करता हूं. उन्होंने ट्वीट किया कि दो […]
श्रीनगर: सुलगती कश्मीर घाटी में शांति का पैगाम लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर पहुंच चुके हैं. श्रीनगर पहुंचने से पहले राजनाथ सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से संदेश जारी किया. उन्होंने ट्विट किया कि कश्मीरियत, इंसानियत और जम्हूरियत में यकीन रखने वालों से बातचीत का मैं स्वागत करता हूं. उन्होंने ट्वीट किया कि दो दिन के दौरे पर श्रीनगर जा रहा हूं. वहां सिविल सोसाइटी से जुड़े अलग-अलग समूहों, राजनीतिक दलों और दूसरे जुड़े समूहों से बातचीत करूंगा. उन्होंने जानकारी दी कि वे अपने दौरे के दौरान नेहरू गेस्ट हाउस में रहेंगे. उन्होंने ट्विटर पर साफ तौर पर कहा है कि वो लोग जो कश्मीरियत, इंसानियत और जम्हूरियत में भरोसा रखते हैं उनका स्वागत है.
आठ जुलाई से शुरू हुई हिंसा
अनंतनाग जिले में आठ जुलाई को एक मुठभेड़ में हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से घाटी जल रही है. बुरहान की मौत के बाद अलगाववादी नेताओं ने यहां बंद बुलाया. प्रदर्शन और हिंसा में अब तक दो पुलिस वालों समेत 65 लोगों की जान जा चुकी है जबकि हजारों घायल हैं. बिगड़ते हालात के मद्देनजर कश्मीर के कई इलाकों में कर्फ़्यू लगाया गया है. यहां कर्फ्यू को लगे हुए 46 दिन हो चुके हैं लेकिन अमन का इंतजार यहां के लोग अब भी कर रहे हैं. यहां लगातार हो रहे हिंसक प्रदर्शनों की वजह से इंटरनेट और मोबाइल सेवा पर भी रोक लगा दी गई है.
नौकरियां देने का बड़ा एलान कर सकती है मोदी सरकार
एक निजी न्यूज चैनल ने अपने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि कश्मीर घाटी में नौकरियां देने का बड़ा अभियान मोदी सरकार की ओर से चलाया जा सकता है. खबर है कि राज्य पुलिस में पांच इंडियन रिजर्व बटालियन में नौजवानों को नौकरी दी जाएगी. रामिलिट्री फोर्स में भर्ती अभियान का एलान राजनाथ कश्मीर घाटी में ही कर सकते हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार दस हज़ार एसपीओ की भर्ती में आवेदन की तारीख आगे बढ़ाई जा सकती है.
पैसे देकर पत्थर फेंकवाते हैं अलगाववादी नेता
खबर है कि कश्मीर के बेरोजगारों का फायदा यहां के अलगाववादी नेता उठा रहे हैं. अलगाववादी नौजवानों को पैसे देकर पत्थर फेंकवाने का काम कर रहे हैं. इस खबर ने सरकार की नींद उड़ा दी है. शायद यही वजह है कि सरकार घाटी के नौजवानों को नौकरी देकर उनकी समस्या का सामाधान निकालने की कोशिश करे.