बिजली पर वादा पूरा नहीं कर सकते तो पद छोड़ दें केजरीवाल :भाजपा

नयी दिल्ली: भाजपा नेता हर्षवर्धन ने बिजली के मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि यदि वह निर्बाध बिजली की आपूर्ति और चुनाव के दौरान दरों में कटौती का वादा पूरा करने में असफल होते हैं तो उन्हें पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. वर्धन ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2014 11:59 PM

नयी दिल्ली: भाजपा नेता हर्षवर्धन ने बिजली के मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि यदि वह निर्बाध बिजली की आपूर्ति और चुनाव के दौरान दरों में कटौती का वादा पूरा करने में असफल होते हैं तो उन्हें पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.

वर्धन ने कहा, ‘‘लोगों को 24 घंटे निर्बाध बिजली उपलब्ध कराना दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी है. इसके अलावा उन्होंने बिजली की दरों में 50 प्रतिशत कटौती का वादा किया था लेकिन लोगों को अभी भी बढ़े हुए बिल मिल रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यदि सरकार जनता से किया अपना वादा पूरा नहीं कर सकती तो उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.’’

खाप पंचायतों का ‘‘सांस्कृति’’ उद्देश्य का हवाला देकर उन्हें प्रतिबंधित नहीं करने के केजरीवाल के विचार पर वर्धन ने कहा कि परंपराएं हमारे अतीत की समृद्धि हैं लेकिन यदि कुछ आज के समय के अनुकूल नहीं तो उसे बदल दिया जाना चाहिए.’’ हर्षवर्धन ने केजरीवाल सरकार की आलोचना तब की है जबकि बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड ने सूचित किया है कि मध्य और पूर्वी दिल्ली के क्षेत्रों में कल से आठ से 10 घंटे की कटौती ङोलनी पड़ेगी क्योंकि कंपनी बिजली खरीदने के लिए धनराशि की गंभीर कमी का सामना कर रही है.

इसके साथ ही आज दिल्ली बिजली नियामक आयोग ने आम आदमी पार्टी की बिजली की दरों में कटौती की प्रतिबद्धता के बावजूद आज दरों में आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे सहित अन्य के नामों वाली केजरीवाल द्वारा जारी ‘‘भारत के सबसे भ्रष्ट नेताओं’’ की सूची पर प्रतिक्रिया में वर्धन ने कहा कि वह इस बात को लेकर हैरान हैं कि इसमें दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का नाम नहीं है.

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