पणजी : गोवा आरएसएस प्रमुख सुभाष वेलिंगकर को हटाए जाने से नाराज 300 से अधिक संघ कार्यकर्ताओं ने यह घोषणा की है कि वे संगठन छोड़ देंगे और वेलिंगकर को बहाल नहीं किए जाने की स्थिति में उन्होंने अगले साल विधानसभा चुनाव में भाजपा को ‘‘हराने’ का संकल्प भी जताया है. गौरतलब है कि स्कूलों में शिक्षा का माध्यम के मुद्दे पर भाजपा सरकार के साथ वेलिंगकर का टकराव चल रहा था. हाल में उनके संगठन बीबीएसएम के सदस्यों ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को काले झंडे भी दिखाए थे, जिसके चलते आरएसएस ने कल उन्हें हटा दिया.
आरएसएस का कहना था कि वह ‘‘राजनीतिक गतिविधियों’ में शामिल होने की कोशिश कर रहे थे जो इसकी परंपराओं के विरुद्ध है. आरएसएस के सदस्य प्रवीण नेसवानकर ने कल देर रात पणजी में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि या तो वेलिंगकर को बहाल किया जाए या फिर हम सभी :300 से अधिक कार्यकर्ता: उनके साथ ही संगठन छोड़ देंगे. संघ ने दिन के दौरान उन्हें :वेलिंगकर: नहीं हटाया है, इसलिए हमने इस्तीफा देने का फैसला किया है.’ वेलिंगकर को हटाए जाने की पृष्ठभूमि में बीती रातबड़ी तादाद में राज्य से संघ कार्यकर्ताओं ने यहां के बैम्बोलिम के पास एक ‘आपात’ बैठक की.
अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को दिया जाने वाला अनुदान रद्द किए जाने और तटीय राज्य में शिक्षा का माध्यम के तौर पर क्षेत्रीय भाषाओं के प्रचार के मुद्दे परलड़ाईलड़ रहे भारतीय भाषा सुरक्षा मंच (बीबीएसएम) के संयोजक वेलिंगकर के भगवा पार्टी और राज्य के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर के साथ रिश्ते तल्ख रहे हैं.
रत्नाकर लेले और कृष्णराज सुकेरकर जैसे सदस्यों की मौजूदगी में नेसवंकर ने कहा, ‘‘आरएसएस कार्यकर्ता अब एक नए राजनीतिक मोर्चे पर काम करेंगे जो गोवा विधानसभा चुनावों को लड़ेगा.’ नेसवानकर ने कहा, ‘‘आगामी चुनावों में हमलोग भाजपा को हराएंगे.’ संघ के दक्षिण जिला प्रमुख रामदास सराफ ने कहा कि जब तक वेलिंगकर को हटाए जाने का फैसला रद्द नहीं किया जाता तब तक कार्यकर्ता आरएसएस के लिए काम नहीं करेंगे.