दाऊद को पकड़ने के लिए मोदी सरकार का नया ब्लू प्रिंट, 50 एक्सपर्ट की टीम तैयार
नयी दिल्ली : अंडरवर्ल्ड डॉन और 26/11 मुंबई हमले का मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसने के लिए मोदी सरकार ने 50 लोगों की एक टीम तैयार की है. दाऊद के काले कारोबार मोदी सरकार ने यह टीम बनायी है. इस टीम में रॉ, प्रवर्तन निदेशाल और सीबीआई के अधिकारी शामिल हैं. सूत्रों के […]
नयी दिल्ली : अंडरवर्ल्ड डॉन और 26/11 मुंबई हमले का मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसने के लिए मोदी सरकार ने 50 लोगों की एक टीम तैयार की है. दाऊद के काले कारोबार मोदी सरकार ने यह टीम बनायी है. इस टीम में रॉ, प्रवर्तन निदेशाल और सीबीआई के अधिकारी शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार दाऊद दुबई से मंगवाई गई बुलेटप्रूफ गाडि़यों पर चलता है. दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान के करांची में नाम बदलकर रह रहा है. यह भी पता चला है कि दाऊद की तबीयत अभी खराब है इसलिव वह कहीं भी आता जाता नहीं है. मोदी सरकार के नये ब्लू प्रिंट दाऊद के काले कारोबार उसकी गतिविधि पर नजर रखने के लिए 50 लोगों की टीम काम कर रही है.
दाऊद और उसके गुर्गो पर नकेल कसने के लिए भारत सरकार अमेरिका की होम लैंड सिक्योरिटी से दाऊद और उसके गुर्गों की लिस्ट साझा करेगी.इस लिस्ट को टेररिस्ट स्क्रीनिंग सेंटर (TSC) में साझा किया जायेगा. गृहमंत्री राजनाथ सिंह अमेरिका के होम लैंड सिक्योरिटी के साथ होने वाली मीटिंग, जो की इसी महीने के अंतिम सप्ताह में है, में शामिल होने अमेरिका जाएंगे. जानकारी मिली है कि दाऊद और उसका पूरा परिवार बुलेट प्रूफ गाडि़यों में चलता है. यहांतक की दाऊद कोई फोन कॉल्स भी रिसीव नहीं करता है. उसके सारे फोन उसकी पत्नी मेहजबीन शेख रिसीव करती है और उसका कारोबार भी उसकी पत्नी ही देख रही है.
दाऊद के पाकिस्तानी ठिकानों का हुआ है खुलासा
संयुक्त राष्ट्र की समिति ने पिछले महीनें पाया था कि भारत ने पाकिस्तान में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के जो नौ पते बताये थे, उनमें से छह सही निकले हैं. भारत ने एक डोजियर में इन नौ पतों का उल्लेख करते हुए कहा था कि दाऊद इन स्थानों पर अक्सर आता है. वैसे इसलामाबाद लगातार इस बात से इनकार करता रहा है कि दाऊद पाकिस्तान में रहता है. सुरक्षा परिषद की आइएसआइएल व अलकायदा प्रतिबंध समिति ने दाऊद से जुड़ी इस जानकारी में सोमवार को संशोधन किया था. उनमें से तीन पतों को हटा दिया गया है. साल 1993 में मुंबई में हुए सीरियल विस्फोटों के मास्टरमाइंड से जुड़े इस पते को समिति ने रेखांकित किया और काट दिया. इस संशोधन के बारे में पूछे जाने पर भारत के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि सूचीबद्ध जानकारी में दाऊद का एक पता गलत था.