नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब में बनाया नया फ्रंट
चंडीगढ़ : राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी से बात नहीं बनने पर पूर्व भाजपा नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने नया फ्रंट बनाने का फैसला लिया है. हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह ने अपने फेसबुक में नवजोत सिंह सिद्धू के साथ एक नयी पार्टी की तस्वीर अपलोड की है. इस पार्टी का नाम […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
September 2, 2016 3:43 PM
चंडीगढ़ : राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी से बात नहीं बनने पर पूर्व भाजपा नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने नया फ्रंट बनाने का फैसला लिया है. हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह ने अपने फेसबुक में नवजोत सिंह सिद्धू के साथ एक नयी पार्टी की तस्वीर अपलोड की है. इस पार्टी का नाम अवाज-ए-पंजाब रखा गया है. तस्वीर के साथ एक संदेश भी लिखा है, हमारी जंग उन ताकतों के विरुद्ध है जिन्होंने पंजाब को बर्बाद किया. जांचे परखे और चुने हम आपके लिए खड़े हुए हैं.यह नया मोर्चा राज्य की सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.सिद्धू के इस फैसले को अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के लिए एक झटका माना जा रहा है, जिसके लिए पंजाब में अच्छी राजनीतिक संभावना की बात कही जा रही है.
खबर थी कि नवजोत सिंह सिद्धू आप आदमी पार्टी में शामिल होंगे, लेकिन इस तस्वीर के अपलोड होने के साथ सारी अफवाहों पर विराम लग गया. अबतक पार्टी ने आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया है. घ्यान रहे कि पंजाब में आम आदमी पार्टी टूट गयी है. पंजाब के संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर को पार्टी ने संयोजक पद से हटा दिया है. दूसरी तरफ संजय सिंह पर पैसे लेकर टिकट बांटने का भी आरोप लगा है. आप में ऐसे बहुत से नेता है जो पार्टी के फैसलों से नाराज है. ऐसे में संभव है कि इस नये फ्रंट में बहुत सारे ऐसे लोग जुड़े जो चुनाव लड़ना चाहते हैं. परगट सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के भी आप में शामिल होने की खबर थी.
वह अकाली दल के निष्कासित नेताओं के साथ मिलकर नये दल का गठन करेंगे. हाल में अकाली दल से निलंबित किए गए परगट सिंह ने कहा, ‘‘हमने पंजाब को बर्बाद करने वाली सभी ताकतों से लडने के लिए नये मोर्चे के गठन का फैसला किया है. अगले तीन-चार दिन में किसी जगह पर नये मोर्चे से जुडी औपचारिक घोषणा की जाएगी, और इस बारे में जल्द ही फैसला किया जाएगा।’ सूत्रों ने कहा कि आप के साथ बातचीत ‘‘नाकाम’ होने के बाद सिद्धू ने समान विचारधारा वाले लोगों के साथ मिलकर दल के गठन का फैसला किया और जालंधर के निलंबित अकाली विधायक परगट सिंह तथा लुधियाना के बैंस बंधुओं – समरजीत सिंह बैंस और बलविंदर सिंह बैंस के साथ एक बैठक की। बैंस बंधु निर्दलीय विधायक हैं.
सत्तारुढ अकाली-भाजपा गठबंधन और कांग्र्रेस को कडी टक्कर देकर पंजाब में चुनाव को त्रिकोणीय मुकाबला बनाने वाली आप इस घटनाक्रम से स्तब्ध है क्योंकि भाजपा छोडने के बाद सिद्धू के पार्टी में शामिल होने के लिए बातचीत चल रही थी.
लुधियाना दक्षिण के निर्दलीय विधायक बलविंदर बैंस ने भी कहा, ‘‘हमने संयुक्त रुप से आवाज ए पंजाब नाम के एक नये मंच का गठन किया है.यह पूछे जाने पर कि दल के गठन का फैसला कब किया गया, बैंस ने कहा कि वह, उनके भाई और परगट सिंह बुधवार को दिल्ली में सिद्धू के घर पर मिले थे.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा साथ आने के पीछे मुख्य इरादा पंजाब को मादक पदार्थ की समस्या, राज्य में सक्रिय माफिया तंत्र से बचाना है.’ राज्य संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर को हटाए जाने के बाद से आप पहले ही पंजाब में आतंरिक कलह से जूझ रही है. यह पूछे जाने पर कि इससे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की उम्मीदों को झटका लगा है, पंजाब के आप नेता हिम्मत सिंह शेरगिल ने कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी किसी व्यक्ति पर नहीं बल्कि विचारधारा पर आधारित है. लोग हमारे साथ हैं.’