विरोधी दलों ने कहा, मांग आधारित किराया प्रणाली जनता की जेब से पैसा ‘‘चुराने”” जैसा

नयी दिल्ली : शताब्दी, दुरंतो और राजधानी ट्रेनों के पैसेंजरों को शुक्रवार से ज्यादा किराया चुकाना होगा. रेलवे ने इन ट्रेनों में फ्लेक्सी किराया सिस्टम लागू करने का ऐलान किया है जिसका विपक्ष विरोध कर रहा है. विपक्षी राजनीतिक दलों ने राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों के लिए मांग आधारित किराया प्रणाली लागू किए जाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2016 7:36 AM

नयी दिल्ली : शताब्दी, दुरंतो और राजधानी ट्रेनों के पैसेंजरों को शुक्रवार से ज्यादा किराया चुकाना होगा. रेलवे ने इन ट्रेनों में फ्लेक्सी किराया सिस्टम लागू करने का ऐलान किया है जिसका विपक्ष विरोध कर रहा है. विपक्षी राजनीतिक दलों ने राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों के लिए मांग आधारित किराया प्रणाली लागू किए जाने के मोदी सरकार के निर्णय की बुधवार को निंदा करते हुए इसे ‘‘जनविरोधी’ और लोगों की जेबों से धन ‘‘चुराने’ के लिए उठाया गया ‘‘अवैध कदम’ बताया.

एआईसीसी के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘मांग आधारित किराया प्रणाली की आड में किराया बढाकर आमजन पर अत्यधिक बोझ डालना मोदी सरकार की जन विरोधी सोच को प्रदर्शित करता है. उन्होंने कहा, ‘‘जब अदालतों ने उबर एवं ओला कैब के मामले में मांग आधारित किराया निर्धारण प्रणाली को मनमाना एवं उपभोक्ता पर अत्यधिक बोझ डालने वाला कहकर खारिज कर दिया है तो ऐसे में प्रतीत होता है कि मोदी सरकार भारत के लोगों की जेबों से धन चुराने के लिए लाभ कमाने के इस ‘‘अवैध’ विचार को उधार ले रही है.’

जनता दल :यूनाइटेड: के प्रवक्ता के सी त्यागी ने इस प्रस्तावित प्रणाली को ‘‘जनता को लूटने का एक अन्य तरीका’ करार दिया. माकपा के राष्ट्रीय सचिव डी राजा ने कहा कि इस प्रणाली के लागू होने से आम लोगों पर बोझ बढेगा.

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