जम्मू : मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि अलगाववादियों को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से दूर अंधेरे में फंसने के बजाय कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए क्रियान्वयन योग्य रोडमैप पेश करना चाहिए था. उन्होंने उम्मीद जतायी कि केंद्र कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए संस्थागत प्रणाली के माध्यम से समावेशी संवाद शुरू करेगा और अलगाववादी उस पर सकारात्मक जवाब देंगे. कल के एक कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री को यह कहते हुए उद्धृत किया गया, ‘अंधेरे में कैद रहने के बजाय अलगाववादियों को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मिलना चाहिए था और कश्मीर मुद्दे के समाधान के वास्ते क्रियान्वयनयोग्य रोडमैप पेश करना चाहिए था.’
एक आधिकारिक बयान के अनुसार उन्होंने कहा, ‘वार्ता से दूर हटने से यह संदेश गया कि अलगाववादियों को इस मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए आगे आने और लोगों का दुखदर्द खत्म करने में रुचि नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘हमें आशा है कि देश का राजनीतिक नेतृत्व समावेशी एवं समग्र संवाद के माध्यम से इस मुद्दे का हल करने के लिए राज्य के सभी पक्षों तक पहुंचने की फलदायक कोशिश करेगा.’