छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस वर्किंग कमिटी की 85वीं बैठक शुरू हो चुकी है. वहीं बैठक की शुरुआत में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, कार्य समिति के चुनाव के संदर्भ में सब खुलकर अपनी बात रखिए और सामूहिक तौर पर फैसला लीजिए, आप सबकी जो राय बनेगी, वो मेरी और सबकी राय होगी
खरगे ने कहा के आने वाले विधानसभा चुनाव 2024 के आम चुनाव की पृष्ठभूमि में हो रहा है, ये हमारे सामने एक बड़ी चुनौती तो है ही, साथ ही साथ देश के सामने भी कई बड़ी चुनौतियां खड़ी हैं. लोकतंत्र और संविधान पर खतरा मंडरा रहा है, संसदीय संस्थाएं भी गंभीर संकट से जूझ रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने एक ट्वीट भी किया जिसमे कहा कि, ‘कांग्रेस के हर महाधिवेशन में कुछ अहम फैसले हुए हैं, जिससे हमारा संगठन आगे बढ़ा. वहां होने वाले फैसले आज भी इतिहास में याद किए जाते हैं। हमारे सामने ये मौका है कि नया रायपुर को भी हम इतिहास में इस तरह दर्ज करा दें की आने वाले समय में यह हमें रास्ता दिखाता रहे’.
कांग्रेस के हर महाधिवेशन में कुछ अहम फैसले हुए हैं, जिससे हमारा संगठन आगे बढ़ा। वहां होने वाले फैसले आज भी इतिहास में याद किए जाते हैं।
हमारे सामने ये मौका है कि नया रायपुर को भी हम इतिहास में इस तरह दर्ज करा दें की आने वाले समय में यह हमें रास्ता दिखाता रहे।#CongressPlenary pic.twitter.com/b6m7W7Uxh8
— Mallikarjun Kharge (@kharge) February 24, 2023
आपको बताएं की कांग्रेस का तीन दिवसीय महाधिवेशन शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर में शुरू हो गया जिसके पहले दिन पार्टी की संचालन समिति, कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के आधे सदस्यों के चुनाव के संदर्भ में फैसला करेगी.
संचालन समिति की बैठक आज सुबह शुरू हुई और इसके साथ ही महाधिवेशन का आगाज हुआ. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी तथा महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा बैठक में शामिल नहीं हैं. 25 सालों मे ऐसा पहली बार हुआ है कि, सक्रिय राजनीति मे रहने के बावजूद भी गांधी परिवार इस अहम बैठक का हिस्सा ना हों. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गांधी परिवार ने बैठक से दूरी बना ली है. ऐसे में उनके संचालन समिति की बैठक में शामिल होने की संभावना नहीं है.
कांग्रेस इस महाधिवेशन में 2024 के लोकसभा चुनाव में व्यापक विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में अपना रुख स्पष्ट करेगी।इस महाधिवेशन में कांग्रेस ने करीब 15000 लोगों को आंमत्रित किया है, जिनमें डेलीगेट (प्रतिनिधि) होंगे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष विशेष डेलीगेट होंगे। कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा करने वाले सभी ‘भारत यात्री’ और पार्टी के अग्रिम संगठनों और विभागों के पदाधिकारी विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे।
आपको बताएं की कांग्रेस पार्टी के संविधान के अनुसार, सीडब्ल्यूसी के कुल 25 सदस्यों में से 12 सदस्यों का चुनाव होता है और 11 सदस्यों को पार्टी अध्यक्ष द्वारा मनोनीत किया जाता है. कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल का नेता सीडब्ल्यूसी का स्वत: सदस्य होता है. आपको बताएं कि , मल्लिकार्जुन खरगे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पार्टी का महाधिवेशन हो रहा है. कांग्रेस का पिछला महाधिवेशन 2018 में दिल्ली में हुआ था.
इधर कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रजयराम मेश ने महाधिवेशन के कार्यक्रम का ब्योरा देते हुए कहा, ‘‘25 फरवरी को राजनीतिक, आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा होगी तथा 26 फरवरी को कृषि, सामाजिक न्याय और युवा एवं शिक्षा मामलों के प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी. 26 फरवरी को दो बजे कांग्रेस अध्यक्ष का भाषण होगा तथा चार बजे जनसभा होगी.