श्रीनगर : हिंसाग्रस्त कश्मीर में कुछ इलाकों में लोगों की आवाजाही और उनके इकट्ठे होने पर रोक जारी रहने से बकरीद के बावजूद आज लगातार 66वें दिन भी जनजीवन प्रभावित रहा. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर के कई क्षेत्रों समेत श्रीनगर के तीन थानाक्षेत्रों में प्रतिबंध लगाया गया है. उन्होंने बताया कि कानून-व्यवस्था कायम करने के लिए गंदरबल, कुपवाड़ा, बारामूला, बड़गाम, शोपियां, कुलगाम, पुलवामा और अनंतनाग में प्रतिबंध लगाया है. खानयार, नौहट्टा और एमआर गंज थानाक्षेत्रों में भी रोक लगाई गई है.
इस बीच, हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से जारी झड़पों में असैनिकों की मौत के खिलाफ अलगाववादी समूहों द्वारा बुलाए गए बंद और सरकारी प्रतिबंधों के कारण जनजीवन आज भी प्रभावित रहा. आज बकरीद की पूर्वसंध्या के बावजूद भी दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और पेट्रोल पम्प बंद रहे. अलगाववादियों द्वारा शाम छह बजे से 12 घंटे की ढील देने की घोषणा को देखते हुए वे हफ्ते के कुछ दिन शाम में खुले.
अलगावादियों ने बंद का कार्यक्रम का विस्तार 16 सितंबर तक कर दिया है. कल बकरीद के मौके पर अलगावादी समूहों ने भारत एवं पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्रीय सैन्य पर्यवेक्षक समूह के स्थानीय कार्यालयों की ओर मार्च निकालने का आह्वान किया है. घाटी में स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान आज भी बंद रहे. श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र एवं सिविल लाइंस के कुछ इलाकों में आज सुबह निजी वाहनों एवं ऑटोरिक्शों की आवाजाही अधिक देखी गयी जबकि आने वाले ईद के त्यौहार को देखते हुए जरुरी सामान की दुकानें भी खुली.
अधिकारी ने बताया कि घाटी में कुछ बेकरी और मटन की दुकानें भी खुली और लोग खरीदारी करते भी नजर आए. घातक हिंसा में अब तक दो पुलिस कर्मी समेत 76 लोग मारे जा चुके हैं और करीब 10,000 लोगों से अधिक लोग घायल हो हुए हैं. सीआरपीएफ ने बताया कि कल से पथराव की घटनाओं में अब तक उनके पांच कर्मी घायल हो चुके हैं. बल ने ट्वीट किया, ‘कश्मीर घाटी में पिछले 24 घंटों में हुई पथराव की 18 घटनाओं में पांच कर्मी घायल हो चुके हैं और दो सीआरपीएफ के वाहन क्षतिग्रस्त हो गए.’