कावेरी जल विवाद : हालत नियंत्रण में, पीएम मोदी से मिलेंगे सिद्धारमैया

चेन्नई /बेंगलुरु: कावेरी जल विवाद को लेकर कल भड़की हिंसा के बाद आजहालात काबू में है. प्रशासन ने संभावित खतरे को भांपते हुए सीआरपीएफ, सीआइएसएफ और आरपीएफ के जवान को प्रभावित इलाकों में तैनात कर दिया. 15,000 पुलिसकर्मी कोबेंगलुरुशहर की पेट्रोलिंग में लगाया गया था. बेंगलुरु में सुबह मेट्रो सर्विस बंद रही. सड़कों में बसें, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2016 5:30 PM

चेन्नई /बेंगलुरु: कावेरी जल विवाद को लेकर कल भड़की हिंसा के बाद आजहालात काबू में है. प्रशासन ने संभावित खतरे को भांपते हुए सीआरपीएफ, सीआइएसएफ और आरपीएफ के जवान को प्रभावित इलाकों में तैनात कर दिया. 15,000 पुलिसकर्मी कोबेंगलुरुशहर की पेट्रोलिंग में लगाया गया था. बेंगलुरु में सुबह मेट्रो सर्विस बंद रही. सड़कों में बसें, ऑटो व गाड़ियां नदारद रही, लेकिन शाम को प्राइवेट वाहन सड़कों में दिखे. पुलिस ने बताया कि माहौल शांतिपूर्ण है और कर्फ्यू हटाने पर विचार किया जा सकता है. वहीं, कल सुरक्षाकर्मियों की फायरिंग में घायल एक व्यक्ति की आज इलाज के दौरान मौत हो गयी. प्रदर्शन के दौरान मरने वालों की संख्या बढ़कर दो हो गयी है. कल पुलिस की फायरिंग में एक अन्य की मौत हो गयी थी. सरकार ने आज मृतक को दस लाख मुआवजा देने की घोषणा की है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से शांति की अपील की है. उन्होंने कहा है कि बातचीत से समस्य़ा का हल हो सकता है.

कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने 11 बजे कैबिनेट की आपात बैठक बुलायी थी. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि मैंने प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदीको मामले में हस्तक्षेप के लिए चिट्ठी लिखी है, उनसे मिलने का समय मांगा है, संभवतः बुधवार को मुलाकात होगी. उन्होंने कहा कि हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं है, हमें समाज में शांति बनाए रखनी है. मैं सबसे विनती करता हूं, कृपया सहयोग करें. सिद्धारमैया ने कहा कि हमें न्याय पर पूरा भरोसा है, मैं प्रधानमंत्री से भी निवेदन करूंगा कि वह तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता से बात करें. वहीं केन्द्र ने ब्रॉडकास्टर्स को कहा कि जो भी विजुअल दिखाये, उसे पहले तथ्यों को चेक कर लें.
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायण सामी ने कर्नाटक सरकार से राज्य में जारी हिंसा की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए तुरंत कदम उठाने की मांग की. उच्चतम न्यायालय ने कर्नाटक सरकार को कावेरी नदी का जल तमिलनाडु के साथ साझा करने को कहा था जिसके बाद से यहां हिंसा की घटनाएं होने लगी. यहां संवाददाताओं से बात करते हुए सामी ने कहा कि कर्नाटक वैसे तो तमिलनाडु के लिए पानी छोड़ रहा है लेकिन यहां तमिलों और उनकी संपत्ति पर हो रहे हमले निंदनीय हैं. सामी ने कहा, ‘‘कर्नाटक में तमिल लोग सुरक्षित नहीं हैं, यह निश्चित ही गंभीर चिंता का विषय है.’ उन्होंने कहा कि वे कर्नाटक में अपने समकक्ष से बात कर उनसे राज्य में तमिलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध करेंगे.

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