छात्र नीडो तानिया हत्‍या मामला : हमला में शामिल तीन लोग गिरफ्तार

नयी दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने अरुणाचल के छात्र नीडो तानिया पर हमला मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. हमले के बाद नीडो तानिया की मौत हो गई थी. इसी बीच दिल्ली पुलिस ने घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन किया है. लाजपत नगर में कथित रुप से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2014 6:49 AM

नयी दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने अरुणाचल के छात्र नीडो तानिया पर हमला मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. हमले के बाद नीडो तानिया की मौत हो गई थी. इसी बीच दिल्ली पुलिस ने घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन किया है.

लाजपत नगर में कथित रुप से कुछ दुकानदारों ने कथित तौर पर पिछले बुधवार को 19 वर्षीय छात्र नीडो तानिया पर हमला किया था. हमले में शामिल संदिग्धों की धर पकड़ के लिए पुलिस का एक दल उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब रवाना हुआ था. पुलिस के अनुसार, दक्षिण-पूर्व के पुलिस उपायुक्त पी. करुणाकरण के प्रत्यक्ष निरीक्षण में एसआईटी का गठन किया गया है. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, हमने छह लोगों की पहचान की है. उनमें से दो किशोर हैं. इस मामले के तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि तीनों गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान फरमान (22), सुंदर (27) और पवन (27) के रुप में हुई है.

कल शाम जारी एक बयान में पुलिस ने दावा किया कि नीडो के रिश्तेदारों और उसके दोस्तों के आरोप के मुताबिक पुलिस थाने से वापस लाने के बाद दो पुलिस अधिकारियों द्वारा नीडो को मौका-ए-वारदात पर नहीं छोड़ा गया था और दुकानदारों ने दोबारा छात्र की पिटाई नहीं की थी.

बयान के अनुसार, जांच और वीडियोग्राफिक विश्लेषण के दौरान यह बात सामने आयी है कि नीडो तानिया को पीसीआर वैन से थाने लाया गया. वहां से उसे जांच के लिए दो पुलिस अधिकारी मौका-ए-वारदात पर ले गए लेकिन उस पर दोबारा किसी ने हमला नहीं किया. बयान के मुताबिक, दोनों ही पुलिस अधिकारियों द्वारा उसे वापस पुलिस थाने लाया गया जिन्होंने बाद में उसे उसके पारिवारिक दोस्त विनोद आर बंसल और उसके दोस्त वरुण के सुपुर्द कर दिया. उन्हीं के साथ वह पुलिस थाने से गया था.

एक निजी विश्वविद्यालय में बी ए प्रथम वर्ष के छात्र और तानिया के दोस्त ने आरोप लगाया था कि पिछले बुधवार को उसके बालों की शैली को लेकर दुकानदारों ने उस पर छींटाकशी की थी जिसे लेकर झगड़ा हुआ था और कथित तौर पर उन्होंने उसे पीटा भी था. अगले दिन उसे एम्स लाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.

बयान में कहा गया है, मामले की गंभीरता को देखते हुए एम्स में फॉरेंसिक जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है और जांच को पूरा करने के लिए उसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि एम्स के चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम की अंतिम रिपोर्ट मिलने की प्रतिक्षा की जा रही है.पुलिस ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और अनुसूचित जाति, जनजाति अधिनियम 3 और संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

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