उरी हमले का अपने तरीके से जवाब देंगे, वक्त और जगह हम तय करेंगे : सेना
नयी दिल्ली : उरी हमले के दूसरे दिन आज दिन भर बैठकों का दौर जारी रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बड़े अधिकारियों के साथ बैठक की. उधर आज डीजीएमओ रणबीर सिंह ने कहा कि हमलावरों को अपने तरीके से जवाब देंगे, वक्त और जगह हम तय करेंगे. We reserve the right […]
नयी दिल्ली : उरी हमले के दूसरे दिन आज दिन भर बैठकों का दौर जारी रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बड़े अधिकारियों के साथ बैठक की. उधर आज डीजीएमओ रणबीर सिंह ने कहा कि हमलावरों को अपने तरीके से जवाब देंगे, वक्त और जगह हम तय करेंगे.
We reserve the right to respond to any act of the adversary at the time and place of our own choosing: DGMO Lt Gen Ranbir Singh
We reserve the right to respond to any act of the adversary at the time and place of our own choosing: DGMO Lt Gen Ranbir Singh
— ANI (@ANI) September 19, 2016
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीरसिंहने कहा कि इस साल घुसपैठ की घटनाएं बढ़ी है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन खत्म हो गया है. पूरा इलाका खाली हो चुका है.डीजीएमओ ने कहा कि आतंकवादियों के पास से 4 एके47 राइफल, 39 ग्रेनेड और 5 हेंड ग्रेनेड बरामद किए गये हैं. आतंकियों के पास खाना और दवाओं का पैकेट बरामद किया गया है.2016 में एलओसी पर 17 बार घुसपैठ की कोशिश की गयी है. हालांकि भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक इन कोशिशों को नाकाम कर दिया. इससे स्पष्ट होता है कि भारत में सीमापार से घुसपैठ बढ़ाने की लगातार कोशिश हो रही है, ताकि यहां अशांति बढ़ाई जा सके.
ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में यूनिट पर हुए भीषण आतंकी हमले में 18 जवान गंवाने वाली भारतीय सेना अब बदले के मूड में दिख रही है. सेना चाहती है कि पाकिस्तान से लगती 778 किलोमीटर लंबी एलओसी पर पाक को बेहद कड़ा जवाब देने की जरूरत है. भारतीय सेना एलओसी पर तोपों की तैनाती और अन्य ऑपरेशंस को मंजूरी देने की मांग उठा सकती है. इतना ही नहीं भारतीय सुरक्षा बल का एक बड़ा वर्ग चाहता है कि सरकार सीमा पार हमलों पर भी विचार करे.