#Uriattack: पाक पर अब हो कठोर कार्रवाई
नयी दिल्ली/श्रीनगर : उड़ी के आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले से पूरा देश स्तब्ध है. हमले में शहीद हुए जवानों के घरों और गांवों में मातम पसरा हुआ है. आंखों में नमी एवं दिल में गम और गुस्से के बीच देश भर में सोमवार को शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी. वहीं, दर्द देनेवाले पाकिस्तान […]
नयी दिल्ली/श्रीनगर : उड़ी के आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले से पूरा देश स्तब्ध है. हमले में शहीद हुए जवानों के घरों और गांवों में मातम पसरा हुआ है. आंखों में नमी एवं दिल में गम और गुस्से के बीच देश भर में सोमवार को शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी. वहीं, दर्द देनेवाले पाकिस्तान के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन हुए और लोगों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ एवं पाकिस्तानी झंडे को जलाया. आम नागरिक से शहीदों के परिजनों तक का यही सवाल है कि आखिर इस कायराना हमले में शामिल पाकिस्तान को कब जवाब दिया जायेगा? शहीदों के परिजन अब इस हमले के जवाब में सरकार से कड़ी कार्रवाई की उम्मीद हैं.
हवलदार रवि पाल सालोतरा का दस वर्षीय बेटा वंश इस बात से अवगत है कि उसके पिता उड़ी में आतंकी हमले में शहीद हो गये, लेकिन इस घटना के बाद देश की सेवा करने और बदला लेने की उसकी प्रतिबद्धता और मजबूत हो गयी है. वह 23 वर्ष से सेना में थे. वंश के अलावा रवि पाल के परिवार में उनकी पत्नी गीता रानी और एक बेटा सुदांशीष (सात) तथा 80 वर्षीय मां हैं. रवि पॉल के शहीद होने के कारण सांबा जिले के रामगढ़ सब सेक्टर के उनके सारवा गांव में मातम पसरा है.
छठी के छात्र वंश ने कहा, ‘मेरे पिता तड़के फोन किया करते थे. कल (रविवार को) उन्होंने हमें फोन किया और उन्होंने मुझसे पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा, ताकि भारतीय सेना में डॉक्टर बनने के उनके सपनों को मैं पूरा कर सकूं.’ यह पूछने पर कि क्या उसे पता है कि परिवार के साथ क्या दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है, तो प्लास्टिक के दो तिरंगे लिये हुए वंश ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा के लिए उनके पिता ने कुर्बानी दी है. पाल के दो भाई सेना में रह चुके हैं.
उड़ी हमले की खामियों की जांच की जरूरत : वीके सिंह
केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सेना प्रमुख वी के सिंह ने उन ‘खामियों’ की जांच की जरूरत बतायी, जिसके चलते उड़ी में सेना के शिविर पर हमला हुआ और साथ ही सलाह दी कि भारतीय सेना उपयुक्त योजना के साथ ‘ठंडे दिमाग से’ जवाब देने पर निर्णय करे. विदेश राज्यमंत्री ने कहा, ‘सेना को काफी नजदीक से देखे होने के कारण मेरा मानना है कि यह विश्लेषण करने की जरूरत है कि वहां क्या हुआ. जांच करने की जरूरत है कि कैसे घटना हुई और क्या खामियां रहीं.’
राजग सरकार ने मसूद को रिहा करके सुरक्षा से समझौता किया
उड़ी हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने की आशंका के मद्देनजर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने 1999 में विमान अपहरण के बाद मसूद अजहर को रिहा करने के लिए सोमवार को तत्कालीन राजग सरकार को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘भारतीय विमान अपहरण मामले में हमने मसूद अजहर को रिहा करके समझौता किया. सीख? कभी राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं करें. पाकिस्तान को अलग-थलग करने की जरूरत है.
एएमयू : आपत्तिजनक पोस्ट पर छात्र निष्कासित
अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय के कुलपति जमीरद्दीन शाह ने उड़ी में हुए आतंकी हमले के सिलसिले में फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी करनेवाले कश्मीरी छात्र मुदस्सर यूसुफ को सोमवार को एएमयू से निष्कासित कर दिया. शाह ने कहा कि वह एएमयू में राष्ट्र विरोधी भावनाओं को हवा देनेवाली किसी भी हरकत को बरदाश्त नहीं करेंगे. यूसुफ श्रीनगर का रहनेवाला है.
मुझे न्याय चाहिए : मां
कोलकाता: उड़ी आतंकी हमले में शहीद हुए गंगाधर दोलुई की मां ने कहा कि मैं न्याय और उन लोगों के लिए सख्त सजा की मांग करती हूं, जिन्होंने मेरे बेटे की जान ली. हावड़ा जिले में स्थित उनके गांव में शोक का माहौल है. उनकी शोक में डूबी मां ने कहा कि मेरे बेटे ने कुछ दिन पहले ही फोन किया था. उसने कहा था कि वह एकदम ठीक है. मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि अब वह नहीं है.
तीन दिन पहले मां से कहा – खूब बात कर लो
लखनऊ: तीन दिन पहले की ही तो बात है. लांस नायक आरके यादव ने बलिया में अपनी मां से फोन पर कहा था, मैं जल्दी ही ऊंची रेंज में तैनात होने जा रहा हूं. जितनी बात करनी हो, कर लो. वहां से फोन पर बात करने की सुविधा नहीं मिलेगी. यह अंतिम बात थी. फिर तो मनहूस खबर आयी. यादव आतंकी हमले में शहीद हो गये. यादव की पत्नी को इसी माह डिलीवरी होनेवाली है. उन्हें शहादत के बारे में नहीं बताया गया है.