नयी दिल्ली: संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ अपने मतभेदों की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि उनके एवं मनमोहन के बीच ‘‘सामूहिक नेतृत्व’’ है तथा हम सब उनके साथ खड़े हैं.
संप्रग-2 सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर आयोजित समारोह के दौरान सोनिया ने संवाददाताओं से बातचीत में सरकार की पिछले नौ साल की उपलब्धियों का जमकर बखान किया. उन्होंने मुख्य विपक्षी दल भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी अवरोध पैदा करने की राजनीति कर रही है और खाद्य सुरक्षा विधेयक तथा भूमि अधिग्रहण विधेयक जैसे सुधार के महत्वपूर्ण कदमों को रोक रही है.
सरकार में गड़बड़ से संबंधित धारणा को दूर करने का प्रयास करते हुए सोनिया ने कहा, ‘‘कुछ कोनों से जानबूझकर गलत सूचनाओं और असत्य फैलाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है. इनका सिर्फ एक मकसद है कि लोगों को भ्रमित किया जाए, हौसले पश्त किए जाएं और सरकार के कामकाज को नुकसान पहुंचाया जाए.’’उन्होंने कहा कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और मेरे बीच कोई मतभेद नहीं हैं. सामूहिक नेतृत्व है.’’ सोनिया ने प्रधानमंत्री के प्रति अपना पूरा समर्थन जताते हुए कहा कि विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री के लगातार विरोध के बीच वह अपनी जिम्मेदारियां पूरी मर्यादा के साथ निभा रहे हैं.
सोनिया ने कहा, ‘‘हम उनका सम्मान करते हैं और हम सब उनके साथ खड़े हैं.’’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंही ने सोनिया को ‘प्रेरणा का स्नेत’ करार देते हुए कहा कि उन्हें हमेशा कांग्रेस अध्यक्ष का सहयोग मिला है.कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया की तरह की भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘पार्टी और सरकार के बीच कोई मतभेद नहीं हैं. सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री के बीच कोई मतभेद नहीं हैं. यह विपक्ष की उपज है.’’ ये बयान ऐसे समय में आये हैं जब विपक्ष ने मनमोहन और सोनिया गांधी पर नीति के मुद्दों पर एकमत नहीं होने का आरोप लगाया है.
समारोह में संप्रग को बाहर से समर्थन दे रही समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव मौजूद नहीं थे. मनमोहन सिंह और सोनिया ने सरकार के काम की तारीफ करते हुए उचित एवं समग्र आर्थिक विकास तथा लोगों खासकर समाज के कमजोर तबकों की जरुरतों को पूरा करने पर जोर दिया.
सोनिया ने कहा, ‘‘हमारे आसपास जो शोर मचाया जा रहा है, हम उससे विचलित होने वाले नहीं हैं. हमारे पास गर्व करने के लिए बहुत कुछ है और हम पूरे विश्वास के साथ यह जानते हुए आगे की ओर देखते रहेंगे कि देश की जनता हमारे काम का मूल्यांकन करेगी.’’ प्रधानमंत्री के प्रति पूरा समर्थन व्यक्त करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मनमोहन सिंह पर विपक्ष की ओर से कठोर हमलों का सामना करना पड़ा है.
सत्तारुढ़ संप्रग गठबंधन और इसके चार साल के कार्यकाल पर भाजपा के हमलों के बारे में पूछे गये सवाल पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आप एक गैर-परिणामोन्मुखी विपक्ष से और क्या अपेक्षा कर सकते हैं.’’ उन्होंने यह भी कहा कि कई बार सुनियोजित आलोचना हुई. कई बार हमें रास्ते से हटाने की कोशिश की गयी.
घोटालों और विवादों को लेकर पैदा हुई धारणा को दूर करने का प्रयास करते हुए संप्रग सरकार के रिपोर्ट कार्ड में पिछले नौ साल के कामकाज की सुखद तस्वीर पेश की गई है. इसमें कहा गया है कि आर्थिक विकास का फल शहरी और ग्रामीण इलाकों दोनों स्थानों तक पहुंचा.
प्रधानमंत्री और सोनिया द्वारा जारी ‘जनता के लिए रिपोर्ट’ में रोजगार में बढ़ोतरी और मनरेगा के तहत दिहाड़ी दोगुना करने तथा खाद्य सब्सिडी को बढ़ाने और सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं के विकास का उल्लेख किया गया है. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार का मजबूती से बचाव करते हुए संप्रग अध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार हम सभी को परेशान करता है और इस मामले में हमारा रवैया समझौता नहीं करने वाला है.
सोनिया ने पार्टीजनों से विपक्ष के अभियान का मुकाबला करने का आह्वान करते हुए कहा कि विपक्ष के अभियान का मकसद सरकार के कामकाज को दिग्भ्रमित करना, उसका मनोबल गिराना और बाधित करने का है. उन्होंने कहा , ‘‘हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है. हमें इस बारे में रक्षात्मक महसूस करने की जरुरत नहीं है.’’ समारोह में संप्रग के घटक दलों और इसे बाहर से समर्थन दे रहे दलों के नेताओं में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, रालोद के अजित सिंह, आईयूएमएल नेता ई अहमद, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और लोजपा के अध्यक्ष रामविलास पासवान शामिल रहे.