विश्व समुदाय ने उरी पर कायरतापूर्ण हमले की निंदा

नयी दिल्ली : विश्व समुदाय की ओर से उरी में सेना के शिविर पर कायरतापूर्ण हमले की निंदा जारी है. जर्मनी, जापान, सउदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और कई अन्य देशों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का जोरदार समर्थन करने की बात आज कही. श्रीलंका, भूटान, मॉरीशस, बहरीन, कतर, नेपाल, मंगोलिया और दक्षिण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2016 11:43 PM

नयी दिल्ली : विश्व समुदाय की ओर से उरी में सेना के शिविर पर कायरतापूर्ण हमले की निंदा जारी है. जर्मनी, जापान, सउदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और कई अन्य देशों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का जोरदार समर्थन करने की बात आज कही.

श्रीलंका, भूटान, मॉरीशस, बहरीन, कतर, नेपाल, मंगोलिया और दक्षिण कोरिया ने भी उरी में आतंकवादी हमले की जोरदार निंदा की और आतंकवाद की समस्या के सफाये के लिए लगातार क्षेत्रीय और वैश्विक सहयोग का आह्वान किया. गौरतलब है कि उरी में हुए आतंकवादी हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए.
एक वक्तव्य में जर्मन विदेश मंत्री फ्रैंक वाल्टर स्टीनमीयर ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि हर देश अपने भूभाग से उपज रहे आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने के लिए जिम्मेदार है. उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जर्मनी दृढता से भारत की तरफ खड़ा है. भारत-जर्मन आतंकवाद वार्ता में हम अपने दोनों देशों के समाज के लिए खतरे पर आगे चर्चा करेंगे.
यह वार्ता अगले कुछ दिनों में होगी.” जापान ने कहा कि वह सभी स्वरुपों में आतंकवाद की निंदा करता है, भले ही उसका मकसद कुछ भी हो. साथ ही इस बात को जोरदार तरीके से दोहराया कि आतंकवाद के किसी भी कृत्य को उचित नहीं ठहराया जा सकता.
जापानी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जापान भारत के साथ अपनी एकजुटता प्रकट करता है.” आतंकवादी हमले की जोरदार निंदा करते हुए श्रीलंका ने कहा कि आतंकवाद की समस्या के सफाए के लिए लगातार क्षेत्रीय और वैश्विक सहयोग की अविलंब आवश्यकता है.
श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘शोक की इस घडी में श्रीलंका की सरकार हमले के पीडितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करती है.” साथ ही उसने कहा कि द्वीपीय देश ने तीन दशकों तक आतंकवाद की चुनौतियों का सामना किया है.
पाकिस्तान का करीबी सहयोगी समझे जाने वाले सउदी अरब ने भी उरी हमले की निंदा की और पीडित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की. संयुक्त अरब अमीरात ने कहा कि वह सभी स्वरुपों में आतंकवाद के खिलाफ अपने दृढ रख को दोहराता है और इस समस्या का सामना करने और उसका उन्मूलन करने के लिए भारत जो भी कार्रवाई कर सकता है उसका समर्थन करता है.
एकजुटता प्रकट करते हुए भूटान ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वह भारत के साथ है. मॉरीशस, कतर, नेपाल, मंगोलिया, मालदीव, बहरीन और दक्षिण कोरिया ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में इसे उचित नहीं ठहराया जा सकता. अमेरिका, ब्रिटेन, रुस, फ्रांस, कनाडा और अफगानिस्तान ने पहले ही रविवार को हुए हमले की निंदा की है.

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