गोवा : स्कारलेट की हत्या के दोनों आरोपी रिहा, मां बोलीं – फैसले को दूंगी चुनौती
पणजी : गोवा के लोकप्रिय अंजुना तट पर वर्ष 2008 में ब्रिटिश किशोरी स्कारलेट एडन कीलिंग को मादक पदार्थ खिलाने, उसका यौन उत्पीड़न करने और उसे मरने के लिए छोड़ देने के दो आरोपियों को आज यहां की एक बाल अदालत ने बरी कर दिया. गोवा की बाल अदालत की न्यायाधीश वंदना तेंदुलकर ने सैम्सन […]
पणजी : गोवा के लोकप्रिय अंजुना तट पर वर्ष 2008 में ब्रिटिश किशोरी स्कारलेट एडन कीलिंग को मादक पदार्थ खिलाने, उसका यौन उत्पीड़न करने और उसे मरने के लिए छोड़ देने के दो आरोपियों को आज यहां की एक बाल अदालत ने बरी कर दिया. गोवा की बाल अदालत की न्यायाधीश वंदना तेंदुलकर ने सैम्सन डिसूजा और प्लेसिडो कारवाल्हो को आठ साल पुराने इस हाई फ्रोफाइल मामले के सभी आरोपों से बरी कर दिया. कारवाल्हो और डिसूजा पर गैर इरादतन हत्या, यौनउत्पीड़नएवं मादक पदार्थ खिलाने का आरोप था.
खचाखच भरी अदालत में यह फैसला सुनाया गया. स्कारलेट की मां फियोना मैकेओन ने यहां अदालत हॉल के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं स्तब्ध हूं. मैं बरी किये जाने की आशा नहीं कर रही थी. मैं दोषसिद्धि की आस कर रही थी. मैं इस आदेश को चुनौती दूंगी.’ अपनी बेटी का शव मिलने के बाद फियोना इस मामले में सबूत इकट्ठा करने की कोशिश करते हुए कुछ हफ्ते अंजुना में रही थीं. वह अंतिम फैसले के वास्ते अदालत में मौजूद रहने के लिए डावोन (ब्रिटेन) से गोवा आयी थीं. सीबीआई ने इस मामले में वर्ष 2010 में आरोपपत्र दायर किया था. उससे पहले स्कारलेट के परिवार द्वारा बार-बार अनुरोध किये जाने के बाद इस मामले की जांच गोवा पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंपी गयी थी.
गोवा पुलिस पर मामले की लीपापोती का आरोप है. अंजुना तट पर 19 फरवरी, 2008 को पंद्रह साल की स्कारलेट का अर्धनग्न शव मिला था और उसके शरीर पर जख्म के निशान थे. पुलिस ने दावा किया था कि यह डूबकर मरने का मामला है लेकिन बाद में उसने गैरइरादत हत्या का मामला दर्ज किया. इस मामले ने अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकृष्ट किया क्योंकि गोवा आने वाले पर्यटकों में ब्रिटिश नागरिक सबसे बड़ी संख्या में होते हैं.
जांच एजेंसी ने सैम्सन पर अंजुना तट पर इस लड़की पर यौन हमले करने और उसे मरने के लिए छोड़ देने का आरोप लगाया था जबकि प्लैसिडो पर उसे उस दिन मादक पदार्थ देने का आरोप था. सैम्सन ने फैसले के बाद कहा, ‘‘मैं राहत महसूस कर रहा हूं. अंतत: न्याय हुआ.’ अभियोजन पक्ष ने इस मामले में स्कारलेट की मां समेत 31 गवाहों से जिरह की.