हैदराबाद : आंध्र प्रदेश में वन विभाग के कर्मी रक्त चंदन तस्करों के खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हथियार चलाने का प्रशिक्षण ले रहे है. इन तस्करों ने हाल में वन एवं पुलिस कर्मियों पर हमले किए थे.
आंध्र प्रदेश पुलिस ने तिरपति स्थित पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज में दो सप्ताह के प्रशिक्षण का आयोजन किया है जिसके तहत तिरपति, चित्तूर, कड़प्पा, परद्दातुर, नांदयाल, राजमपेट और नेल्लोर वन प्रभागों के कर्मियों को 303 रायफल्स और अन्य हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
वन एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मकसद उन्हें हथियारों के सभी पहलुओं के बारे में जानकारी देना है. उन्हें रक्त चंदन तस्करों को काबू करने के लिए हथियार दिए जाएंगे जिससे अवैध कटाई और रक्त चंदन के वृक्षों की तस्करी रोकने के उनके प्रयासों में वृद्धि होगी. यदि तस्कर उन पर हमला करते हैं तो वे आत्मरक्षा में कार्रवाई करने में भी सक्षम होंगे.
वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हमारे लोगों के पास हथियारों का इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण नहीं है और अब जब आप उन्हें हथियार देने जा रहे हैं तो उन्हें यह पता होना चाहिए कि इनका इस्तेमाल कैसे करना है.
अधिकारी ने कहा, हमारी योजना आरंभ में 250 वन अधिकारियों को प्रशिक्षण देने की है और 130 कर्मियों के पहले बैच ने अपना प्रशिक्षण पहले ही पूरा कर लिया है. हमें इस संबंध में जो जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार वे प्रशिक्षण से खुश हैं. उन्होंने बताया कि वे हथियार खरीदने की प्रक्रिया में हैं.
उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश पुलिस और वन विभाग के अधिकारी सतर्कता बढ़ाकर तस्करों पर दबाव बना रहे हैं जिसके कारण वे हमले कर रहे हैं. अधिकारी ने कहा, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि तस्कर पूरी तरह से वन से बाहर चले जाएं और वन सुरक्षित हों.