श्रीनगर : पीओके में भारतीय सेना के सर्जिकल ऑपरेशन के तीन दिन बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला में सेना के कैंप पर हमला किया. हमला रविवार की देर रात करीब 10: 45 बजे 46राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर किया गया. बगल में बीएसएफ का भी कैंप है. देर रात तक सेना और आतंकियों के बीच गोलीबारी जारी रही, जिसमें दो आतंकियों के मारे जाने की सूचना है. बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया. दो जवान भी घायल हुए हैं. आतंकियों ने पहले ग्रेनेड से हमला किया, फिर गोलीबारी की.
आशंका है कि दो मारे गए आतंकी के साथी अभी भी छुपे हो सकते हैं. रात में सर्च ऑपरेशन पूरा नहीं हो पाया था जिसके बाद आज सुबह की रोशनी के साथ नए सिरे से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. इस संबंध में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बात की है. गृह मंत्री ने बीएसएफ से डीजी से भी बात की और मृतक जवान के प्रति संवेदना प्रकट की. उन्होंने डीजी से कहा कि घायल जवान को उचित इलाज दिया जाए ताकि वह जल्द ठीक हो सके.
मिली जानकारी के मुताबिक, बारामूला में राष्ट्रीय राइफल्स के शिविर में आत्मघाती हमला करने वाले आतंकी आमलोगों की आड़ लेकर सेना के शिविर मे घुसने की कोशिश कर रहे थे. कैंप पर दो तरफ से हमला किया गया. हमले में करीब चार से छह आतंकियों के शामिल होने की खबर है. सेना के शिविर के पीछे एक पब्लिक पार्क है. इस पार्क में आम लोगों का आना-जाना लगा रहता है.
आतंकियों ने इसी पार्क के जरिेये फायरिंग करते हुए सेना के कैंप में घुसने की कोशिश की. उनका दूसरा जत्था झेलम नदी की तरफ से घुसनेवाला था. हालांकि, जैसे ही आतंकियों की लोकेशन पता चला, वैसे ही उन्हें घेर लिया और दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया. बारामूला नियंत्रण रेखा से बिल्कुल सटा हुआ इलाका है. इस लिहाज से यह संवेदनशील है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर बताया कि बारामूला में रह रहे उनके सहयोगियों ने फोन पर बताया कि उनके पड़ोस में भारी गोलीबारी हो रही है. मालूम हो कि सीमा सुरक्षा बल के कर्मी इस कैंप में सैनिकों के साथ रहते हैं. सीमा सुरक्षा बल इस इलाके में सेना के संचालन कमान में है.
इससे पहले रविवार को ही आठ बज कर 20 मिनट पर पाकिस्तान रेंजर्स की तरफ से जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन करते हुए फायरिंग की गयी. इस दौरान 10-12 राउंड फायरिंग की गयी. भारतीय सेना की तरफ से भी जवाबी फायरिंग की गयी. यह फिदायीन हमला उड़ी सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले के महज एक पखवाडे के बाद हुआ है. उड़ी हमले में 19 सैनिक शहीद हुए थे. उड़ी हमले के बाद भारतीय सैनिकों ने बदले में 29 सितंबर को तड़के पीओके में आतंकी शिविरों को ध्वस्त किया था और चालीस आतंकी ढेर किये थे. तब से रक्षा प्रतिष्ठानों पर फिदायीन हमले की आशंका थी. पूरे देश में हाइ अलर्ट घोषित किया गया था.
कई दिनों से साजिश रच रहा था पाक
तीन दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने आगाह किया था कि पीओके में सर्जिकल ऑपरेशन से बौखलाया पाकिस्तान आतंकियों के जरिये हमले करा सकता है. करगिल, नौशहरा तथा कुपवाड़ा के पार पाक सेना की अभ्यास रूपी हलचल तेज हुई थी. यह घाटी को अशांत करने के लिए ही थी. यह आशंका सही साबित हुई. खुफिया सूचनाओं में कहा गया था कि पाक सेना करगिल और कश्मीर सीमा पर करगिल सरीखी घुसपैठ करवाने की कार्रवाई को अंजाम देने की खातिर ही जम्मू सीमा पर मोर्चा खोले हुए है. यही वजह है कि सेना व सुरक्षा बल भी सतर्क थे.
इस साल घाटी में जवानों पर कई आतंकी हमले
18 सितंबर, 2016 : उड़ी में सैन्य शिविर पर आतंकी हमला, 17 जवान शहीद. बाद में दो और जवान शहीद
25 जून, 2016: श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाइवे पर पंपोर के पास सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों का हमला. आठ जवान शहीद, 20 घायल.
3 जून, 2016: दक्षिण कश्मीर के बिजबेहरा में सुरक्षा बल के काफिले पर आतंकियों ने बरसाई गोली, तीन जवान शहीद.
27मई, 2016 : पुलवामा जिले में सेना के शिविर पर हमले में एक जवान घायल
23मई, 2016: श्रीनगर में एक ही दिन में दूसरा आतंकी हमला, तीन जवान शहीद
21फरवरी , 2016 : पंपोर में आतंकियों से मुठभेड़, सेना के कैप्टन सहित चार जवान शहीद, एक नागरिक की मौत
2 जनवरी, 2016: पंजाब के पठानकोट स्थित एयरबेस में पाक आतंकियों का हमला. 17 घंटों तक ऑपरेशन में सात जवान शहीद.
बीटिंग रिट्रीट में पाक की ओर से पत्थरबाजी
अटारी: भारत और पाकिस्तान के बीच तल्खियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. रविवार शाम को अटारी इंटरनेशनल बॉर्डर (बाघा वॉर्डर)पर बीटिंग रिट्रीट सेरिमनी के दौरान पाकिस्तान की तरफ से भारतीय दर्शकों पर पत्थर फेंके गये. वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट सेरिमनी देखने पहुंचे पाकिस्तानी दर्शकों ने कथित तौर पर भारत की गैलरी की तरफ पत्थर फेंके और कश्मीर का नाम लेकर नारे लगाये. हालांकि, किसी को चोट नहीं लगी.