श्रीनगर : नियंत्रण रेखा के पार आतंकी लॉंच पैडों पर भारतीय सेना के ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के महज चार दिन बाद ही जम्मू-कश्मीर के बारामूला में बीती रात बीएसएफ और आस पास के सैन्य शिविरों पर आतंकवादियों के हमले में बीएसफ का एक जवान शहीद हो गया, जबकि एक अन्य घायल हो गया. इस हमले का भारतीय जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया.
अधिकारियों ने बताया कि पास के बीएसएफ शिविर से 46 आरआर में दाखिल हुए आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलियां चलायीं और ग्रेनेड फेंके. गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए. उन्हें पास के अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनमें से एक की मौत हो गई. श्रीनगर स्थित पंद्रहवीं कोर के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि बारामूला के जांबाजपोरा में आतंकवादियों ने सैन्य शिविर पर गोलियां चलायीं. दोनों ओर से फायरिंग कई घंटों तक चली.
खबर है कि श्रीनगर से करीब 54 किलोमीटर दूर बारामूला के आसमान में सेना ने आतंकवादियों की स्थिति का पता लगाने के लिए रौशनी करने वाली फायरिंग की. ये आतंकवादी राष्ट्रीय राइफल्स की 46 बटालियन में घुसे थे. सूत्रों ने बताया कि शिविर के समीप के मकानों से कुछ गोलीबारी हुई. यह शिविर झेलम के तट पर है. हालांकि उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा गया, ‘‘बारामूला घटना की स्थिति काबू में.”
यह हमला इस खुफिया सूचना के बावजूद हुई है कि 29 सितंबर को भारतीय सेना द्वारा किये गए लक्षित हमले के बाद जम्मू कश्मीर में सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर आतंकवादी हमला हो सकता है. यह फिदायीन हमला उरी सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले के महज एक पखवाडे के बाद हुआ है. उरी हमले में 19 सैनिक शहीद हुए थे.