आसाराम ने चिकित्सकों को नहीं करना दिया स्वास्थ्य का पूरा जांच, रिपोर्ट में स्वास्थ्य स्थिर
नयी दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के चिकित्सकों के बोर्ड ने आज उच्चतम न्यायालय को सूचित किया कि स्वयंभू धार्मिक व्यक्ति आसाराम बापू का स्वास्थ्य स्थिर है. न्यायमूर्ति ए के सिकरी और न्यायमूर्ति एन वी रमण की पीठ के समक्ष दाखिल रिपोर्ट सात सदस्यीय बोर्ड ने यह भी कहा है कि बलात्कार के आरोपी […]
नयी दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के चिकित्सकों के बोर्ड ने आज उच्चतम न्यायालय को सूचित किया कि स्वयंभू धार्मिक व्यक्ति आसाराम बापू का स्वास्थ्य स्थिर है. न्यायमूर्ति ए के सिकरी और न्यायमूर्ति एन वी रमण की पीठ के समक्ष दाखिल रिपोर्ट सात सदस्यीय बोर्ड ने यह भी कहा है कि बलात्कार के आरोपी आसाराम ने अनेक परीक्षण कराने से इंकार कर दिया.
रिपोर्ट में कहा गया है कि याचिकाकर्ता (आसाराम) के स्वास्थ्य के आकलन के निष्कर्षो से पता चलता है कि उनका स्वास्थ्य ‘स्थिर‘ है. हालांकि उनकी दिल की धमनी, ग्रीवा की धमनी और पौरुष ग्रंथी के बारे में आकलन अधूरा रहा क्येांकि याचिकाकर्ता ने इनका परीक्षण कराने से इंकार कर दिया. शीर्ष अदालत के निर्देश पर आसाराम का 19, 20 और 21 सितंबर को परीक्षण करने के बाद यह रिपोर्ट तैयार की गयी थी. पीठ ने इस मामले को अब आगे सुनवाई हेतु 17 अक्तूबर के लिये सूचीबद्ध कर दिया है.
शीर्ष अदालत ने 11 अगस्त को बलात्कार के मामले में आरोपी आसाराम को अंतरिम जमानत देने से इंकार करने के साथ ही आरोपी की नियमित जमानत के लिये याचिका पर विचार से पहले एम्स को चिकित्सकों का एक बोर्ड गठित करके आसाराम के स्वास्थ्य की स्थिति से अवगत कराने का निर्देश दिया था. आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को गिरफ्तार किया था और तभी से वह जेल में है. एक किशोरी ने आसाराम पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जोधपुर के निकट स्थित मनाई गांव में बने आश्रम में उसका यौन उत्तीडन किया था. यह किशोरी उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली छात्र है जो आश्रम में ही रहती थी.