नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक के मद्देनजर सुरक्षा परिदृश्य पर चर्चा करने के लिए आज सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट की समिति (सीसीएस) की अहम बैठक की.बैठक में सदस्यों को बतायागया किएलओसी से 100 आतंकवादी हमारे देश में प्रवेश के प्रयास में हैं, ताकि वे यहां आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सकें.यह इनपुट एनएसए अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह कोकैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक से पहलेदी है. डोभाल ने ये जानकारियां इंटेलिजेंस ब्यूरो व अन्य खुफिया इनपुट के आधार पर सरकार को दी है. इस पर सुरक्षा मामलों की समिति में विचार किया गया.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ आंतरिक इलाकों में हालात के बारे में भी चर्चा हुई. आपको बता दें कि नियंत्रण रेखा के पास आतंकवादी ठिकानों पर 28 एवं 29 सितंबर की रात को किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत एवं पाकिस्तान के बीच तनाव बढ गया है. सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पार से गोलीबारी बढा दी है जिसके कारण सीमा से सटे कुछ गांवों को खाली कराया गया है.
इधर, खबर है कि सेना ने सरकार को सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सरकार को सौंप दिया है. अब यह सरकार के ऊपर है कि इसे सार्वजनिक किया जाए या नहीं. प्राप्त जानकारी के अनुसार आज की बैठक में इस वीडियों पर भी चर्चा हुई और सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर इस वीडियो के सार्वजनिक किए जाने पर मुहर नहीं लगाई है. हालांकि सेना चाहती है कि वीडियो सार्वजनिक किया जाए ताकि इस ऑपरेशन पर सवाल उठाने वालों को इसका जवाब मिल जाए कि सर्जिकल स्ट्राइक भारतीय सेना की ओर से किया गया.
आपको बता दें कि सर्जिकल स्ट्राइक से बौखलाया पाकिस्तान लगातार इस प्रकार की कार्रवाई से इनकार कर रहा है. देश के भीतर भी कुछ लोग सर्जिकल स्ट्राइक की खबरों पर विश्वास नहीं कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि इसका सबूत सामने लाया जाए. ऐसे में सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो रक्षा मंत्रालय को सौंप दिया है.