नयी दिल्ली : आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत को श्रीलंका का एक तरह से नैतिक समर्थन मिला है. भारत के दौरे पर आये श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि सीमा पार आतंकवाद सार्क में एक बड़ी समस्याहैऔर हमें इससे निबटनेके तरीकों परबात करनी होगी. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध ही एकमात्र विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों मुल्कों के बीच कायम तनाव को खत्म करने के लिए कदम उठायेंगे.
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने यह भी स्पष्ट किया कि चीन के साथ उनके आर्थिक रिश्ते हैं न कि सैन्य. उन्होंने कहा कि नवंबर के भारत-श्रीलंका के बीच विदेश मंत्रालय स्तर व मछुआरों से संबंधित मुद्दों पर बात होगी. इसके साथ ही दोनों देशों के मछुआरों के संघों के बीच भी वार्ता की जायेगी. उन्होंने कहा कि जब चार देशों ने सार्क की बैठक से कदम पीछे खींच लिया तो हमने भी खींच लिया.