J&K : सेना ने घुसपैठ की तीन कोशिशें नाकाम की, चार आतंकवादी ढेर

श्रीनगर : सेना ने आज तड़के जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की तरफ से घुसपैठ की तीन कोशिशें नाकाम कर दीं और चार आतंकवादियों को मार गिराया. सेना ने पांच और छह अक्तूबर की दरम्यानी रात को उत्तरी कश्मीर के नौगाम सेक्टर में घुसपैठ के दो और रामपुर में एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2016 7:15 PM

श्रीनगर : सेना ने आज तड़के जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की तरफ से घुसपैठ की तीन कोशिशें नाकाम कर दीं और चार आतंकवादियों को मार गिराया. सेना ने पांच और छह अक्तूबर की दरम्यानी रात को उत्तरी कश्मीर के नौगाम सेक्टर में घुसपैठ के दो और रामपुर में एक प्रयास को नाकाम किया.

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि एक मुठभेड़ में सेना ने यहां से 112 किलोमीटर दूर नौगाम सेक्टर में घुसपैठ कर रहे आतंकवादियों के समूह को घेर लिया और अब तक चार आतंकवादी मारे गये हैं. अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में और आतंकवादियों की उपस्थिति की आशंका के बीच खोज अभियान जारी है. संभावित आतंकवादियों को अंधेरे का फायदा उठाकर भागने से रोकने के लिए क्षेत्र में रोशनी की गई है तथा तकनीकी निगरानी की जा रही है. सेना ने आतंकवादियों पर गोलियां चलाकर रामपुर और नौगाम में घुसपैठ के दो प्रयासों को नाकाम किया और उन्हें पीओके में वापस जाने को मजबूर किया.

सेना के गश्ती दल की गोलियों से मजबूर होकर आतंकवादियों को वापस लौटना पड़ा. अधिकारी ने कहा कि दोनों मौकों पर पाकिस्तानी सेना ने मदद पहुंचाने के लिए गोलियां चलाईं लेकिन आतंकवादियों को वापस लौटना पड़ा.

घुसपैठ के ये प्रयास ऐसे समय हुए हैं जब कल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट बैठक को बताया था कि पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर करीब सौ आतंकवादियों को एकत्रित किया है ताकि उन्हें जम्मू कश्मीर में हमलों के लिए भारत भेजा जा सके.

इससे पहले आज सीमावर्ती कुपवाडा जिले में एक सैन्य शिविर पर भारी हथियारों से लैस तीन पाकिस्तानी आतंकियों के हमले की कोशिश को नाकाम करते हुए सतर्क सैनिकों ने मुठभेड़ के दौरान सभी हमलावरों को मार गिराया था और उनके पास से मानचित्र जैसी सामग्री समेत हथियारों और गोला-बारुद का बड़ा जखीरा बरामद किया था.

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने सुबह करीब पांच बजे कुपवाडा जिले के लंगाते में सैन्य शिविर पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका भारतीय जवानों ने माकूल जवाब दिया. हमले को नाकाम करने के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया. इस दौरान आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी. अभियान के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए कमांडिंग ऑफिसर कर्नल राजीव सारंग ने बताया कि शिविर के पास संदिग्ध गतिविधि देखकर जवानों ने तीन आतंकवादियों को चुनौती दी.

लंगाते में कर्नल सारंग ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमारे शिविर के पास तीन आतंकवादी देखे गये. हमारे सैनिकों ने आतंकवादियों को चुनौती दी, जिसके बाद उन्होंने हमारी सैन्य चौकियों पर भारी गोलीबारी शुरू दी. हमने भी उनका जवाब दिया और एक त्वरित प्रतिक्रिया दल का गठन किया गया ताकि आतंकवादी जिस इलाके में देखे गये थे, वहां से भाग ना सके.’ उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई में सभी तीन आतंकवादी मारे गये. कर्नल सारंग ने बताया कि सुरक्षा बलों ने मारे गये आतंकियों के पास से हथियारों और गोला-बारुद का भारी जखीरा बरामद किया है.

सारंग ने बताया कि आतंकियों के पास से तीन एके राइफल, तीन अंडर बैरेल ग्रेनेड लांचर, कई मैगजीन, कई गोलियां, चार वॉकी टॉकी रेडियो सेट, तीन जीपीएस उपकरण, तीन मोबाइल फोन, मेवे और दवाइयों के अतिरिक्त एक मानचित्र और एक मैट्रिक्स शीट भी बरामद किये गये. उन्होंने कहा, ‘‘तीनों आतंकवादियों के पास से जो दवाइयां बरामद की गयी है उन पर पाकिस्तानी चिन्ह हैं. इससे पता चलता है कि सभी आतंकवादी पाकिस्तानी थे.’ अधिकारी ने साथ ही कहा, ‘‘वे जिन मानचित्र और मैट्रिक्स शीट का उपयोग कर रहे तो उसका विश्लेषण किया जा रहा है. अगर हम लोगों को इससे और कुछ पता चलता है तो हम सूचित करेंगे.’

जब सैन्य अधिकारी से पूछा गया कि क्या और आतंकवादी हो सकते हैं तो उन्होंने कहा कि ऐसा संभव है लेकिन सिर्फ तीन आतंकियों को देखा गया था, लिहाजा हम यह मानकर चल रहे हैं कि शिविर के निकट इतने ही आतंकी आये थे.

उन्होंने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान जारी है. सारंग ने बताया, ‘‘अभियान के बारे में और जानकारी उपलब्ध होने पर हम उन्हें साझा करेंगे.’ आतंकियों के पास से चार रेडियो सेट की बरामदगी के बारे में पूछे जाने पर सैन्य अधिकारी ने कहा, ‘‘कई बार आतंकी एक से अधिक सेट रखते हैं, इसीलिए हमें तीन आतंकियों के पास से चार रेडियो सेट मिले हैं और तीन जीपीएस उपकरण प्राप्त हुए हैं.’ मेवे और दवाइयों की बरामदगी इस बात की ओर इशारा करती है कि आतंकियों ने शिविर में घुसने और लंबे समय तक सेना को उलझाये रखने की योजना बनायी थी.

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