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2011 में भी हुआ था ”सर्जिकल स्ट्राइक”, तीन पाक सैनिकों का सिर काटकर साथ लाए थे भारतीय जवान

नयी दिल्ली: उड़ी हमले के बाद भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किया जिसके बाद से जहां एक ओर राजनीति जारी है वहीं दूसरी ओर आज अंग्रेजी अखबार ‘द हिन्दू’ ने एक खबर छापकर खलबली मचा दी है. अंग्रेजी अखबार द हिंदू ने खुलासा किया है कि भारतीय सेना ने जुलाई 2011 में एलओसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2016 12:15 PM

नयी दिल्ली: उड़ी हमले के बाद भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किया जिसके बाद से जहां एक ओर राजनीति जारी है वहीं दूसरी ओर आज अंग्रेजी अखबार ‘द हिन्दू’ ने एक खबर छापकर खलबली मचा दी है. अंग्रेजी अखबार द हिंदू ने खुलासा किया है कि भारतीय सेना ने जुलाई 2011 में एलओसी पार करके जिंजर में पाकिस्तानी सैनिकों को सबक सिखाया था और तीन पाकिस्तानी सैनिकों का सिर भी काटा था. इस ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ को ‘ऑपरेशन जिंजर’ का नाम दिया गया था.

अखबार में छपी खबर के अनुसार ‘ऑपरेशन जिंजर’ पाकिस्तानी सेना की उस कार्रवाई के जवाब में किया गया था जिसमें 6 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. इस खबर को अखबार ने सबूत के साथ छापा है. अखबार के अनुसार इस ऑपरेशन में जैसे को तैसा जैसी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना पीओके में घुस गई थी और 8 पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर कर दिया था. इसमें से तीन पाक सैनिकों के सिर कलम कर दिये गए थे.

‘द हिन्दू’ अखबार ने 2011 में हुई इस सर्जिकल स्ट्राइक के पुख्ता सबूत होने का दावा किया है. अखबार के दावे के मुताबिक भारतीय सैनिकों ने पीओके में इस ऑपरेशन को 48 घंटे में अपने मुकाम तक पहुंचाया. भारतीय सैनिकों ने पीओके में पाकिस्तान की पुलिस चौकी के पास लैंड माइंस भी बिछाए थे.

अखबार की माने तो कुपवाड़ा बेस 28 डिविजन के प्रमुख रहे रिटायर्ड मेजर जनरल एसके चक्रवर्ती ने भारत के सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग की थी और इसे अंजाम तक पहुंचाया था. रिटायर्ड मेजर जनरल एसके चक्रवर्ती ने कार्रवाई की पुष्टि की है, लेकिन अधिक जानकारी देने से अखबार को इनकार कर दिया है.

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