‘ऑपरेशन जिंजर’ से खुश है शहीद का परिवार, कहा- बदला लेकर अच्छा किया
नयी दिल्ली: जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में 5 साल पहले जिस सैनिक का सिर काटकर पाकिस्तानी सैनिक ले गए थे उसके परिवार ने ‘ऑपरेशन जिंजर’ को सराहा है. पिथौरागढ़ में रहने वाले शहीद जयपाल सिंह की पत्नी बीना ने इस खबर के प्रकाश में आने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारतीय सेना ने […]
नयी दिल्ली: जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में 5 साल पहले जिस सैनिक का सिर काटकर पाकिस्तानी सैनिक ले गए थे उसके परिवार ने ‘ऑपरेशन जिंजर’ को सराहा है. पिथौरागढ़ में रहने वाले शहीद जयपाल सिंह की पत्नी बीना ने इस खबर के प्रकाश में आने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारतीय सेना ने बदला लेकर अच्छा किया.
ऑपरेशन जिंजर यानी 2011 को पाकिस्तान से लिए गए बदले की खबर रविवार को अंग्रेजी अखबार द हिंदू ने छापी तो उन जवानों की शहादत याद करने का मौका देशवासियों को फिर मिला. आपको बता दें किे जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में 30 जुलाई 2011 को जिन दो भारतीय सैनिकों का सिर पाकिस्तानी काटकर ले गए थे उनमें से एक कुमाऊं रेजीमेंट के हवलदार जयपाल सिंह अधिकारी भी थे. जयपाल सिंह अधिकारी का परिवार उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में रहता है.
उल्लेखनीय है कि अंग्रेजी अखबार ‘द हिन्दू’ ने एक खबर छापकर रविवार को खलबली मचा दी है. अंग्रेजी अखबार द हिंदू ने खुलासा किया है कि भारतीय सेना ने जुलाई 2011 में एलओसी पार करके जिंजर में पाकिस्तानी सैनिकों को सबक सिखाया था और तीन पाकिस्तानी सैनिकों का सिर भी काटा था. इस ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ को ‘ऑपरेशन जिंजर’ का नाम दिया गया था.
अखबार में छपी खबर के अनुसार ‘ऑपरेशन जिंजर’ पाकिस्तानी सेना की उस कार्रवाई के जवाब में किया गया था जिसमें 6 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. इस खबर को अखबार ने सबूत के साथ छापा है. अखबार के अनुसार इस ऑपरेशन में जैसे को तैसा जैसी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना पीओके में घुस गई थी और 8 पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर कर दिया था. इसमें से तीन पाक सैनिकों के सिर कलम कर दिये गए थे.